जीवन शैली और व्यवहार में असंतुलन से हृदय रोगी बढ़ रहे हैं: राज्यपाल
पीजीआई में कार्डियो-वास्कुलर एण्ड थोरेसिक सर्जरी का वार्षिक अधिवेशन
लखनऊ उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने आज संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान में आयोजित कार्डियो-वास्कुलर एण्ड थोरेसिक सर्जरी के वार्षिक अधिवेशन का उद्घाटन किया। राज्यपाल ने अधिवेशन में हृदय रोग के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए डाॅ0 अशोक विष्णु, डाॅ0 राजन संतोषम, डाॅ0 प्रशान्त मोहित, डाॅ0 विवेक राव सहित अन्य लोगों को शाल, स्मृति चिन्ह व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया।
मुख्य अतिथि के रूप में अपने विचार व्यक्त करते हुए राज्यपाल ने कहा कि जीवन शैली और व्यवहार में असंतुलन के कारण हृदय रोगी बढ़ रहे हैं। भाग-दौड़ की जिन्दगी में योग से मन को शांति मिलती है। हृदय रोग के विशेषज्ञ इस विषय पर भी विचार करें। विदेशों में भी लोग योग के महत्व को समझ रहें हैं। हृदय रोग के विशेषज्ञ जिले स्तर पर लोगों को रोग से बचाव और उसके कारण की जानकारी देने की व्यवस्था करें। उन्होंने आश्वस्त किया कि विशेषज्ञों के ऐसे प्रस्ताव पर सरकार विचार कर सकती है।
श्री नाईक ने कहा कि हृदय रोग पर आने वाले खर्च को कैसे कम किया जा सकता है, इस पर विचार करने की जरूरत है। सामाजिक दृष्टिकोण से खर्च कम करने पर विशेषज्ञ विचार-विमर्श करें ताकि निर्धन रोगियों को भी सस्ता इलाज मिल सके। चिकित्सा के क्षेत्र में नित नये प्रयोग एवं शोध हो रहे हैं। हृदय रोग पर अद्यतन जानकारी रखते हुए भविष्य में होने वाले सुधार पर चर्चा करें। हृदय रोग का इलाज गिने चुने शहरों में उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि गाँव तक स्वास्थ सुविधाएं पहुँचाने का प्रयास होना चाहिए।
राज्यपाल ने अधिवेशन में आये अंतर्राष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञों को लखनऊ की संस्कृति, खान-पान और ऐतिहासिक धरोहरों की जानकारी देते हुए प्रदेश के प्रथम नागरिक के नाते स्वागत भी किया। कार्यक्रम में डाॅ0 प्रबल घोष, डाॅ0 सुरेश राव, डाॅ0 जगदीश प्रसाद एवं निदेशक प्रो0 राकेश कपूर सहित अन्य लोगों ने भी अपने विचार रखें।