उपद्रवी वकीलों का रद्द हो सकता है लाइसेंस: बार कौंसिल
नई दिल्ली: जेएनयू मामले को लेकर कन्हैया कुमार की पटियाला हाउस कोर्ट में पेशी के दौरान वकीलों के एक समूह द्वारा जेएनयू के छात्रों, शिक्षकों और पत्रकारों पर हमले को लेकर बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने कहा कि यह घटना शर्मनाक है। कुछ वकीलों की वजह से देशभर के वकीलों की छवि खराब हुई है।
बार काउंसिल ने मीडिया से माफी मांगते हुए कहा है कि दोषी वकीलों के खिलाफ कार्रवाई होगी। जरूरत पड़ी तो लाइसेंस भी रद्द किया जा सकता है। इसके लिए उन्होंने हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी भी गठित की है। यह कमेटी तीन हफ्तों में रिपोर्ट देगी।
पटियाला हाउस कोर्ट में पत्रकारों, जेएनयू के छात्रों और शिक्षकों पर 15 जनवरी को वकीलों के एक समूह ने हमला किया था। इस मामले में तीन वकीलों को समन भी किया गया था,लेकिन तीनों में से कोई भी पेश नहीं हुआ। तीन में से एक वकील की पहचान विक्रम सिंह चौहान के रूप में हुई थी। इसे लेकर पत्रकारों ने प्रदर्शन भी किया था। सुप्रीम कोर्ट ने भी इस मामले को लेकर संज्ञान लिया था और पुलिस को कोर्ट में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने का निर्देश दिया था।
यही नहीं जब बुधवार को कन्हैया की पटियाला हाउस कोर्ट में पेशी हो रही थी तो दो वकीलों के गुट आपस में भिड़ गए। एक कन्हैया के पक्ष में था तो दूसरा खिलाफ। इनमें से कई ने तिरंगा हाथ में ले रखा था।