स्वास्थ्य और शिक्षा पर बजट बढ़ाने की आवश्यकता: माकपा
लखनऊ । भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) उ0प्र0 राज्य कमेटी ने उ0प्र0 सरकार द्वारा प्रस्तुत बजट को चुनावी बजट कहा है जिसमंे लोक लुभावन वायदे ज्यादा किये गये हैं। जिसके क्रियान्वयन पर प्रश्नचिन्ह है।
सीपीएम ने बजट में अल्पसंख्यक छात्रों की छात्रवृत्ति में की गयी कटौती की निंदा की है। सीपीएम द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि बजट का एक बड़ा हिस्सा पेंशन व वेतन की अदायगी में खर्च होगा जिसका विकास पर सीधा प्रभाव पड़ेगा। हथकरघा उद्योग मरणासन्न है जिसके कारण बुनकर बर्बाद हो रहे हैं। किन्तु बजट में उनके लिए केाई प्राविधान नहीं है। बुनियादी शिक्षा और स्वास्थ्य पर बजट और अधिक बढ़ाने की मांग सीपीएम द्वारा की गयी है।