सम्मान प्राप्त करने वाले कलाकार विश्व में अपनी पहचान बनायेें: अरूण कुमारी कोरी
सरकार ने प्राचीन कला, संस्कृतियों एवं नये कलाकारों के संरक्षण हेतु सराहनीय व्यवस्था की: अभिषेक मिश्र
लखनऊ: उत्तर प्रदेश राज्य ललित कला अकादमी की बहुप्रतिष्ठित गतिविधियां राज्य स्तरीय 32वीं वार्षिक कला प्रदर्शनी, 13वीं अखिल भारतीय कला प्रदर्शनी तथा क्षेत्रीय कला प्रदर्शनी का पुरस्कार वितरण समारोह एवं प्रदर्शनी का आयोजन ललित कला अकादमी, क्षेत्रीय केन्द्र 1 एकता विहार, अलीगंज में किया गया। प्रदर्शनी का उद्घाटन एवं पुरस्कार वितरण समारोह का शुभारम्भ मुख्य अतिथि श्री अभिषेक मिश्र, राज्यमंत्री, व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रीमती अरूण कुमारी कोरी, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संस्कृति विभाग ने की।उद्घाटन अवसर पर मुख्य अतिथि श्री अभिषेक मिश्र ने कहा कि ‘‘नजा़कत और नफासत तुझे विरासत में मिले, नाज़ है तुझपे ये लखनऊ’’। उन्होंने कहा कि अगर किसी तारीख को याद करते हैं तो, सबसे पहले वहां की कला और कलाकारों का नाम आता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने प्राचीन कला संस्कृतियों एवं नये कलाकारों के संरक्षण हेतु बहुत ही सराहनीय काम किये हैं। उन्होंने कहा कि सम्मान प्राप्त करने वाले कलाकारों में विषेश प्रतिभायें हैं, जिसकी वजह से आज इनका नाम सम्मान से लिया जा रहा है। उन्होंने कलाकारों के लिये कामना करते हुए कहा कि सभी को अपनी कला में महारत हासिल हो और वह पूरी दुनिया में अपना नाम रोशन करे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए श्रीमती अरूण कुमारी कोरी ने कहा कि कला एवं संस्कृति की समृद्धि के लिये यह देश प्रसिद्ध है। यहां पर अनेक प्रकार की कलायें और संस्कृतियां फली-फूली हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार कलाकारों की उन्नति के लिये निरन्तर प्रयासरत है। सरकार ने विभिन्न क्षेत्र की कलाओं को संरक्षित करने के लिए उल्लेखनीय कदम उठाये हैं। ललित कला जैसी सभी विधाओं को आगे बढ़ाने के लिए विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कई स्वायत्तशासी संस्थायें भी संचालित हैं, जो कला एवं संस्कृति को बढ़ावा देने का कार्य कर रही हैं। उन्होंने अपने वक्तव्य के दौरान पुरस्कृत कलाकारों का जिक्र करते हुए कहा कि यह कलाकार प्रदेश ही नहीं अपितु पूरे विश्व में अपनी पहचान बनायेंगे।
राज्य स्तरीय वार्षिक कला प्रदर्शनी में कुल 124 कलाकारों की 141 कृतियां (72 चित्र, 19 रेखांकन, 15 ग्राफिक, 28 मूर्तियां तथा 07 पोस्टर) सम्मिलित हैं। इसमें पुरस्कार हेतु चयनित दस कलाकारों सुश्री पुष्पा सिंह लखनऊ, मो0 अरशद अमीन नई दिल्ली, श्री विशाल यादव लखनऊ, डा0 सुनील कुमार विश्वकर्मा वाराणसी, श्री सुनील कुमार यादव जौनपुर, डा0 ललित गोपाल पराशर अमृतसर, सुश्री कविता मेहरोत्रा इलाहाबाद, सुश्री आकांक्षा शुक्ला लखनऊ, श्री दिनेश सोनकर मऊ तथा श्री उत्तम प्रताप लखनऊ को 20 हजार रुपये के नगद पुरस्कार, स्मृति चिन्ह एवं प्रमाणपत्र से देकर सम्मानित किया गया।
13वीं अखिल भारतीय छायाचित्र कला प्रदर्शनी में पुरस्कार हेतु चयनित तीन कलाकारों श्री कालू वी0 भारवाड़ बड़ोदरा, श्री टी0 श्रीनिवासा रेड्डी विजयवाड़ा तथा श्री पुलकित रावत इन्दौर को 20 हजार रुपये एवं विशेष पुरस्कार हेतु चयनित श्री सुरारंजन नन्दी कोलकाता तथा श्री अभय सिन्हा हुगली को 10 हजार रुपये के नगद पुरस्कार एवं समृति चिन्ह प्रदान किया गया।
इसके अतिरिक्त क्षेत्रीय कला प्रदर्शनी में श्री अनुराग मुरादाबाद, डा0 स्वाती गुप्ता बरेली, श्री बिजेन्द्र कुमार मुरादाबाद, सुश्री निशा मद्धेशिया गोरखपुर, सुश्री शिवांशी भूषण गोरखपुर तथा सुश्री सीता विश्वकर्मा गोरखपुर को पुरस्कृत किया गया। इसके अलावा क्षेत्रीय कला प्रदर्शनी में 15 कलाकारों प्रत्येक को 10 हजार रुपये के नगद पुरस्कार, स्मृति चिन्ह एवं प्रमाण पत्र देकर पुरस्कृत किया गया