‘घायल वन्स अगेन’ से सनी देओल की ज़ोरदार वापसी
नई दिल्ली : अभिनेता सनी देओल की फिल्म ‘घायल वन्स अगेन’ शुक्रवार को सिनेमाघरों में प्रदर्शित हुई। यह फिल्म सनी देओल की फिल्म घायल का सिक्वल है जो 26 साल पहले रिलीज़ हुई थी। खास बात यह है कि इस फिल्म को सनी देओल ने निर्देशित किया है। यह फिल्म भी एक्शन ड्रामा है। युवा वर्ग को केंद्र में रखकर बनाई गई फिल्म में सिस्टम की खामियों को उजागर किया गया है। वर्तमान व्यवस्था से नाराज युवा वर्ग को सिस्टम के खिलाफ लड़ता हुआ दिखाया गया है।
फिल्म की कहानी ‘घायल’ के कलाईमेक्स से शुरू होती है। अजय मेहरा (सनी देआल) विलेन को खत्म करने के बाद इंस्पेक्टर जॉय डिसूजा के आगे सरेंडर कर देता है। अजय मेहरा 14 साल की सजा काटकर जेल से बाहर आता है। वह फिर भ्रष्टाचार और सिस्टम के खिलाफ खड़ा होता है। कहानी आगे बढ़ती है। चार युवा रोहन (शिवम पाटिल), अनुष्का (अंचल मुंजाल), रेणु(नेहा खान) और वरुण(ऋषभ अरोड़ा) का सामना एक भ्रष्ट बिजनेसमैन राज बंसल (नरेंद्र झा) से होता है। राज का शहरभर में एकछत्र राज चलता है। उसकी पहुंच बहुत ऊपर तक है। उसे इस बात का गुमान है कि उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता, लेकिन उसे चारो युवा चुनौती देते हैं और उनके सामने जब भी कोई मुसीबत आती है, तो राज मेहरा ढाल बन जाता है।
‘घायल वन्स अगेन’ के ज़रिए सनी देओल ने ज़बरदस्त वापसी की है। पूरी कहानी अजय मेहरा के इर्द-गिर्द ही घुमती नज़र आती है। अपनी भूमिका को सनी ने बेहतर तरीके से अंजाम दिया है। सनी के अलावा फिल्म के बाकी के कलाकार भी अदाकारी के साथ न्याय करते दीखते हैं। खास कर निगेटिव भूमिका में राज बंसल (नरेन्द्र झा) ने बेहतरीन अदाकारी की है। सोहा अली खान के पास करने के लिए ज़्यादा कुछ नहीं था फिर भी उन्होंने अपनी भूमिका के साथ न्याय किया है।चार युवा रोहन (शिवम पाटिल), अनुष्का (अंचल मुंजाल), रेणु (नेहा खान) और वरुण (ऋषभ अरोड़ा) ने भी अच्छी अदाकारी की है।
‘घायल’ को निर्देशक राजकुमार संतोषी ने निर्देशित किया था। जो बेहद सटीक था। ‘घायल वन्स अगेन’ को सनी देओल ने खुद निर्देशित किया है। सनी ने बतौर निर्देशक बेहद कड़ी मेहनत की है। फिल्म के कुछ दृश्यों में यह साफ़ नज़र आता है।
कुल मिलाकर यही कहना है कि फिल्म में नयापन नहीं है। यदि आप सनी देओल के प्रशंसक हैं तो यह फिल्म आप देख सकते हैं।