लखनऊ: क्या क्रिकेटर सुरेश रैना, कांग्रेस नेता राज बब्बर, अभिनेता जिम्मी शेरगिल, अभिनेता नवाज़ुद्दीन सिद्दिक़ी को किसी पेंशन की जरूरत है। उत्तर प्रदेश सरकार को मिले आवेदनों से तो यही मालूम पड़ता है जिसके तहत सुरेश रैना समेत कई हस्तियों ने यशभारती पेंशन के लिए आवेदन भरा है। इन शख्सियतों के आर्थिक हालात देखकर इनका इस तरह पेंशन के लिए आवेदन करना हैरान कर रहा है।

हालांकि मामले को करीब से समझा जाए तो उत्तर प्रदेश सरकार ने यह पेंशन योजना, यश भारती और पद्म सम्मान पाने वाले उन लोगों के लिए शुरू की थी जिनका जन्मस्थान या कर्मभूमि उत्तर प्रदेश में रही हो। आवेदन की अंतिम तारीख 31 जनवरी थी और बताया जा रहा है कि राज्य के संस्कृति विभाग को 108 ऐसे लोगों की ओर से आवेदन आए हैं, जिन्होंने 50 हजार मासिक पेंशन के लिए नाम दिया है। इन सभी कलाकारों को राज्य सरकार की ओर से यश भारती सम्मान से नवाज़ा गया था। बता दें कि इससे पहले अमिताभ बच्चन, जया बच्चन और अभिषेक बच्चन को भी यह सम्मान दिया जा चुका है लेकिन उन्होंने पेंशन लेने से मना कर दिया है।

बीबीसी हिंदी में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार संस्कृति विभाग के अधिकारी ने पुष्टि की है कि जिमी शेरगिल, राज बब्बर, शास्त्रीय गायिका गिरिजा देवी समेत कई बड़ी हस्तियां जिन्हें यशभारती सम्मान से नवाज़ा गया है, उन्होंने 50 हज़ार की पेंशन के लिए आवेदन भरा है। हालांकि यह साफ नहीं हो पाया है कि इस पेंशन को पाने के लिए आर्थिक योग्यता मायने रखती है या नहीं। अधिकारियों के मुताबिक इसे पाने के लिए गरीब होना ज़रूरी नहीं है, वहीं कुछ दिनों पहले मुख्यमंत्री अखिलेश यादव इस पर कुछ और बात कर चुके हैं।

इस मुद्दे पर छिड़ी बहस के बीच इस पर अखिलेश यादव ने अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि यह पेंशन केवल जरूरतमंद लोगों को ही दी जाएगी। पुरस्कार पाने वालों को स्वत: पेंशन नहीं मिलेगी, बल्कि उन्हें निर्धारित प्रक्रिया के तहत आवेदन करना होगा। सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि मीडिया या अन्य स्रोतों से पूर्व में ऐसे मामले संज्ञान में आए हैं कि कुछ सम्मानित व्यक्ति तंगी के दौर से गुजर रहे हैं, ऐसे ही जरूरतमंदों की मदद के लिए यह पेंशन योजना शुरू की जा रही है।