नई दिल्ली : पाकिस्तान के कराची शहर में एक साहित्य महोत्सव में शामिल होने के लिए अभिनेता और भाजपा के शुभचिंतक अनुपम खेर को वीजा देने से मंगलवार को इनकार के बाद पाकिस्तानी बुधवार को अभिनेता को वीजा देने के लिए तैयार हो गया। लेकिन अनुपम खेर ने पाकिस्‍तान के इस ताजा ऑफर को ठुकरा दिया।

जानकारी के अनुसार, अनुपम खेर को को वीजा देने के लिए पाकिस्‍तान तैयार हो गया है। पाक हाई कमिश्‍ननर ने अनुपम खेर से वीजा लेने की अपील की और उन्‍हें पाक वीजा के लिए आवेदन देने को कहा है। लेकिन खेर ने वीजा लेने से इनकार कर दिया। अब्‍दुल वासित ने अनुपम खेर को फोन किया और वीजा लेने की अपील की।

पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने अभिनेता अनुपम खेर से बात की और उन्हें पाकिस्तान की यात्रा करने के लिए वीजा का आवेदन करने की स्थिति में वीजा देने की पेशकश की लेकिन बॉलीवुड के कलाकार ने यह कहते हुए इनकार कर दिया कि निर्धारित तारीखों पर वह पहले ही व्यस्त हो चुके हैं। पाकिस्तान उच्चायोग के अधिकारियों ने कहा कि बासित ने कल अनुपम खेर से बात की थी। इससे पहले अभिनेता ने कहा था कि उन्हें कराची साहित्य महोत्सव में शामिल होने के लिए वीजा देने से इंकार कर दिया गया जबकि 17 अन्य को यात्रा दस्तावेज जारी कर दिए गए।

बासित ने आज ट्वीट किया, ‘अनुपम खेर साहब, आपका हमेशा स्वागत है। आप एक महान कलाकार हैं, हम आपका सम्मान और आपकी तारीफ करते हैं।’ इसके जवाब में खेर ने कहा कि शुक्रिया बासित साहब मुझे कॉल करने और कराची के लिए वीजा की पेशकश करने के लिए। मैं इसका कायल हूं। दुर्भाग्यवश मैं यह तारीखें अन्य को दे चुका हूं। बीती रात एक अन्य ट्वीट में पाकिस्तानी उच्चायुक्त ने कहा कि अनुपम खेर साहब, माफी चाहूंगा, मैं नहीं जानता कि आपको किसने इस तथाकथित एनओसी के बारे में बताया, हमें अब तक आपका वीजा के लिए आवेदन और पासपोर्ट नहीं मिला है।

पाकिस्तान सरकार ने अनुपम खेर को कराची साहित्य महोत्सव में शामिल होने के लिए वीजा देने से मना कर दिया था, जिसके बाद उन्होंने कहा कि शायद इस निर्णय का कारण कश्मीरी पंडितों के बारे में उनका रुख और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए उनका समर्थन हो सकता है। खेर ने मंगलवार रात एक ट्वीट में कहा कि बासित साहब, सच यही है कि पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने मेरे वीजा के लिए एनओसी देने से इंकार कर दिया। 17 अन्य आमंत्रितों ने भी वीजा के लिए आवेदन नहीं किया था। अनुपम खेर, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सलमान खुर्शीद और अभिनेता नंदिता दास सहित 18 भारतीयों को कराची साहित्य महोत्सव के लिए आयोजकों ने आमंत्रित किया था। अनुपम खेर को छोड़ कर सभी को वीजा दे दिया गया। चार दिवसीय कराची साहित्य महोत्सव शुक्रवार से शुरू हो रहा है। बॉलीवुड के अभिनेता अनुपम खेर ने कहा कि उन्हें तीसरी बार पाकिस्तानी वीजा देने से इंकार किया गया है। उन्होंने कहा कि मैं नाराज नहीं हूं, मैं दुखी और व्यथित हूं तथा कारण जानना चाहता हूं। 18 लोगों में से आखिर मुझे ही क्यों छोड़ा गया।

मुंबई में अनुपम खेर ने मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ऐसा शायद इसलिए हो सकता है कि मैं एक कश्मीरी पंडित हूं, पर मैं न तो कश्मीरी पंडित होने का कार्ड खेल रहा हूं और न ही लोगों को बांटने की कोशिश कर रहा हूं। या शायद इसलिए ऐसा हुआ कि मैंने असहिष्णुता के मुद्दे पर बोला है तथा अपने प्रधानमंत्री की सराहना की है। अन्यथा ऐसा कोई तर्कपूर्ण कारण नहीं है जिसके चलते मुझे वीजा देने से इंकार किया जाए। ऐसा तीसरी बार हुआ है। दिल्ली में पाकिस्तान के उच्चायुक्त ने कहा कि अनुपम खेर ने कभी वीजा आवेदन दिया ही नहीं इसलिए उन्हें वीजा जारी करने या न करने का सवाल ही नहीं उठता। कराची साहित्य महोत्सव की प्रवक्ता अमीना सईद ने कराची में पीटीआई को बताया कि नयी दिल्ली में पाकिस्तान के उच्चायुक्त ने उन्हें खेर से वीजा आवेदन न देने के लिए कहने को कहा क्योंकि उन्हें वीजा नहीं दिया जाएगा। 

खेर को तीसरी बार पाकिस्तान का वीजा देने से मना किया गया है। इस चार दिवसीय समारोह के लिए आयोजकों ने 18 भारतीयों को आमंत्रित किया था। खेर उनमें से एक थे। खेर एकमात्र व्यक्ति हैं जिन्हें वीजा नहीं मिल सका। अन्य 17 लोगों में पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद और अभिनेत्री नंदिता दास शामिल हैं। अभिनेता ने कहा कि मैं नाराज नाराज नहीं हूं, मैं आहत और परेशान हूं। बस मैं कारण जानना चाहता हूं। 18 लोगों में से सिर्फ मुझे क्यों मना किया गया। उन्होंने कहा कि यह इसलिए भी हो सकता है क्योंकि मैं कश्मीरी पंडित हूं, मैं कश्मीरी पंडितों का कार्ड नहीं खेल रहा हूं और लोगों को बांटने की कोशिश नहीं कर रहा हूं अथवा यह भी हो सकता है कि मैने असहिष्णुता के मुद्दे पर बोला है, रुख अपनाया है और अपने प्रधानमंत्री की तारीफ की है। अन्यथा, कोई ऐसा उचित कारण नहीं है कि मुझे वीजा देने से मना किया जाए। यह तीसरी बार हुआ है। दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग ने दावा किया है कि खेर ने वीजा के लिए आवेदन ही नहीं किया। कुछ ही दिन पहले भाजपा के शुभचिंतक खेर को पदम भूषण से सम्मानित करने का ऐलान हुआ था। कराची साहित्य महोत्सव के आयोजकों का कहना है कि वे अभिनेता को वीजा नहीं दिए जाने के कारणों से अनजान हैं।

खेर ने कहा कि मैं नहीं जानता कि उन्होंने वीजा से क्यों इंकार किया है। क्या यह मेरी देशभक्ति की वजह से हुआ क्योंकि मैं अपने देश के बारे में बात करता हूं। क्या यह इसलिए कि मैं उस देश में जाकर अपने देश की आलोचना नहीं करता। मैं आतंकवादियों की भाषा नहीं बोलता। ऐसे लाखों कारण हो सकते हैं। अभिनेता का कहना है कि उन्होंने पाकस्तान में भारत, इसकी सहिष्णुता और कुछ अन्य मुद्दों पर बात करने की योजना बनाई थी। कराची में पाकिस्तान सरकार के सूत्रों ने कहा कि खेर बहुत ज्यादा सक्रिय हैं और सोशल मीडिया पर धर्म एवं भारत-पाक संबंधों से जुड़े संवेदनशील मुद्दों पर मुखर हैं, इसलिए उनसे आवेदन सौंपने के लिए नहीं कहा गया था। महोत्सव की प्रवक्ता ने कहा कि इस कार्यक्रम में अमेरिका, ब्रिटेन, भारत और बांग्लादेश तथा कुछ अन्य देशों से करीब 35 लोगों को आमंत्रित किया गया है।

खेर ने कहा कि काश मैं जान पाता। मैं सोच रहा हूं कि क्या यह मेरे कश्मीरी पंडित होने या भारत में सहिष्णुता पर बहस में मेरे विचारों या मेरे प्रधानमंत्री समर्थक होने के कारण हुआ है। खेर ने बताया कि वीजा नहीं मिलने के कारण महोत्सव के आयोजकों को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा और उन्होंने मुझसे खेद जताया है। उधर, भाजपा ने खेर को वीजा नहीं दिए जाने को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है।