यूटीआई लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान (यूटीआई-यूलिप) – लाभों की कमी नहीं
फायनेंशियल प्लानिंग के लिए टैक्स प्लानिंग करना महत्वपूर्ण पहलू है। विशेषकर कई व्यक्तिगत कर दाताओं के लिए, कर नहीं देना चाहते या फिर कम से कम कर की आशा करते हो, मुख्य लक्ष्य यही है कि किसी भी व्यक्ति का ऐसा वित्तपोषण जो कर बचत उपकरण के तौर पर हो। यही कारण है कि कर बचत करने वाली योजनाओं को बचत विकल्प के रूप में प्राथमिकता दी जाने लगी हैं। जब हम कर बचाने के बारे में सोचते हैं तो हमारा प्राथमिक लक्ष्य यही रहता है कि यह समझदारी पूर्वक निवेश हो जिसका समग्र दृष्टिकोण तथा दो महत्वपूर्ण मुद्दे सम्पदा आवंटन और जीवन बीमा की आवश्यकताएं इससे जुड़ी हों।
वेतन भोगी व्यक्तियों के लिए जो कि 10-12 प्रतिशत अपने प्रोविडेण्ड फण्ड में देते है, यह उनके लिए बुद्धिमानी होगी कि वे ऐसा कर बचत उपकरण को चुने जो कि कम से कम दीर्घावधि विकास की इक्विटी हो। यह देखा गया है कि कर लाभ कुछ हद तक इक्विटी में निवेश के विरोध और इक्विटी में निवेश के पूर्वाग्रह को कम कर देता है।
यूटीआई यूनिट लिंक्ड बीमा प्लान (यूटीआई-यूलिप) वेतन भोगी व्यक्ति के लिए एक उत्कृष्ट कर बचत विकल्प पेश करता है। यह म्यूच्युअल फण्ड योजना केवल कर बचत विकल्प ही नहीं है इसमें आयकर अधिनियम 1961 की धारा 80सी के तहत कर छूट मिलती है, लेकिन साथ ही जीवन बीमा, दुर्घना बीमा कवर जैसे अनेक विकल्पों के साथ ही पोर्टफोलियो आॅफ डेबिट एण्ड इक्विटी का लाभ भी इसमें मिलता है। इस कारण यह एक रोचक सम्पदा आवंटन एवं जीवन बीमा स्कीम है।
कोई भी निवेशक वास्तव में विभिन्न विकल्प या विकल्पों में निवेश कर सकता है और उसके बहुगुणक लाभ ले सकता है, लेकिन यूटीआई यूलिप निवेशकों के लिए इसलिए भी आसान है क्योंकि यह कर बचत, सम्पदा आवंटन और बीमा कवर केवल एक पैकेज में उपलब्ध करवाती है। कम लागत की संरचना, सरल स्वास्थ्य घोषण प्रक्रिया, पारदर्शिता और तरलता यूटीआई यूलिप के कुछ अतिरिक्त लाभ हैं। वर्ष 1971 में लांच किए गए इस फण्ड का विगत 44 वर्षों से विभिन्न बाजार चक्रों में रिकाॅर्ड ट्रैक प्रदर्शन रहा है।