लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी ने कहा अखिलेश सरकार के मंत्री धर्नाजन में व्यस्त है मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का संरक्षण है, सपा मुखिया सब कुछ जानने समझने के बावजूद भी मौन है। पार्टी प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि सत्ता गठन के दूसरे महीने से ही चेतावनी, नसीहत और अखिलेश सरकार के मंत्रियों के भ्रष्टाचार की बात तो हो रही है पर इस भ्रष्ट तंत्र को खत्म करने के लिए पुत्र मोह में सपा मुखिया की मौन सहमति नजर आती है। बार-बार वे जिक्र करते है यह भी कहते है कि उन्हे सब पता है जब सब पता है तो उ0प्र0 की जनता को क्यों लुटने दे रहे है अखिलेश सरकार के मंत्रियो से।
सोमवार को पार्टी मुख्यालय पर सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के हवाले से आयी खबरों ‘‘कई मंत्रियों की प्राथमिकता है धन कमाना’’ पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि गाहे-बगाहे सपा मुखिया कहते रहे है कि मंत्री मौज-मस्ती में जुटे है उनकी प्राथमिकता है धर्नाजन करना किन्तु यह सब कुछ उनकी जानकारी में हो रहा है तो पार्टी प्रमुख होने के नाते क्या उनकी जिम्मेदारी नहीं है कि जिस उ0प्र0 की जनता ने उनके दल पर भरोसा करके उन्हे सत्ता सौंपी उसे लुटने से बचाये। मंत्री बगैर मुख्यमंत्री के सहमति और संरक्षण के लूट-खसोट की घटनाओं को अंजाम दे ही नहीं सकते और सपा मुखिया को यह पता कि लूट-खसोट हो रही है स्वाभाविक है इस लूट-खसोट में मुख्यमंत्री की संलिप्तता है। अब सवाल उठता है कि या तो मुलायम सिंह यादव जी की चल नहीं रही है या फिर सब कुछ जानने समझने के बावजूद पुत्र मोह में वे कहकर दूसरों पर ठीकरा फोड़ काम चलाने में जुटे है।
उन्होंने कहा कि अब तो सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ये भी स्वीकार कर रहे है कि अयोध्या में हुई मौतो पर उन्हे अफसोस है किन्तु केवल अफसोस करने से काम नहीं चलेगा वे निहत्थे कार सेवकों पर गोली चलाने की घटना पर सार्वजनिक रूप से माॅफी मांगे। उन परिजनों से क्षमा याचना करे जिनके लालो ने उनके इस फैसले के कारण जान गवाई। क्योंकि ये सर्व विदित्य तथ्य है कि कारसेवक निहत्थे थे, निहत्थे कारसेवको पहले बर्बर लाठीचार्ज किया गया गोली बारी की गयी और इस गोली बारी के कारण जाने गयी, तत्कालीन मुलायम सिंह यादव सरकार यदि सूझबूझ का परिचय देती तो शायद इन जानों को जाने से बचाया जा सकता था।
श्री पाठक ने कहा कि अखिलेश सरकार के भ्रष्टाचार से आजिज मुलायम सिंह यादव एक बार फिर धर्मस्थल बचाने के लिए गोली चलाने का तर्क दे वातावरण बनाने की कोशिश कर रहे है पर वो यह बताये कि हिन्दुओं पर गोली चलाने से दुखी है या सपा का ग्राफ बढ़ने से खुश और क्या आगे भी पार्टी का ग्राफ बढ़ाने के लिए ऐसे कृत्य कर सकते है ?