लखनऊः उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने आज नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती पर बेगम हजरत महल पार्क स्थित सुभाष चैराहा जाकर उनके चित्र पर माल्यार्पण किया तथा श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर श्री उदय खत्री, कुलपति लखनऊ विश्वविद्यालय प्रो0 एस0बी0 निम्से, कुलपति भातखण्डे संगीत संस्थान समविश्वविद्यालय सुश्री श्रुति सडोलीकर काटकर सहित अन्य लोग भी उपस्थित थे।

राज्यपाल ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद नेताजी सुभाष चन्द्र बोस को याद करते हुए कहा कि नेताजी ने देश को आजाद कराने के लिए महान पराक्रम किया था। वे एक युग पुरूष थे जिन्होंने देश के बाहर जाकर लोगों को देश की आजादी के लिये संगठित किया था। स्वराज को सुराज में बदलने का प्रयास करें। भ्रष्टाचार एवं अनाचार को मिटायें तभी उनके बलिदान का मतलब निकलेगा। उन्होंने कहा कि नेताजी के बलिदान को व्यर्थ न जाने दें। 

श्री नाईक ने कहा कि केन्द्र सरकार ने नेताजी सुभाष चन्द्र बोस से जुड़ी फाइलों को सार्वजनिक करने का निर्णय लिया है। फाइलों से देश का नया इतिहास सामने आयेगा। फाईल बतायेगी कि सुभाष चन्द्र बोस ने देश को आजाद कराने के लिए कैसे प्रेरणा दी। अंग्रेजों ने अपने बनाये इतिहास में आजादी की लड़ाई को बगावत बताया था। उन्होंने कहा कि देश आजाद होने में नेताजी का महत्वपूर्ण योगदान है।