लखनऊः उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने आज नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के 119वें जन्म दिवस के अवसर पर गांधी भवन में संस्था कल्याणं करोति द्वारा आयोजित कार्यक्रम में दिव्यांगजनों को सिलाई मशीन, ट्राईसाईकिल, बैसाखी व अन्य सहायक उपकरण वितरित किये। कार्यक्रम में स्वामी रामभद्राचार्य, डाॅ0 वी0वी0 प्रताप, महंत अंजनीदास सहित बड़ी संख्या में दिव्यांगजन उपस्थित थे।

राज्यपाल ने अपने सम्बोधन में कहा कि समाज दिव्यांगों को विज्ञान का लाभ देने का काम करें। विज्ञान की प्रगति से दिव्यांगजनों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ा जा सकता है। नेताजी की जयन्ती पर यह संकल्प करें कि जिनको भगवान ने सब कुछ दिया है वे ऐसे लोगों की मदद करें जिन्हें जरूरत है। महात्मा गांधी, राम मनोहर लोहिया, जयप्रकाश, दीनदयाल उपाध्याय आदि के विचार आज भी प्रासंगिक हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे महापुरूषों से प्रेरणा लेते हुए समाज के अंतिम पायेदान पर खडे़ व्यक्ति को ऊपर उठाने का प्रयास करें।

श्री नाईक ने कहा कि नेताजी युग पुरूष हैं। लोगों को संगठित करना, सेना बनाना युग पुरूष ही कर सकता है। अंग्रजों ने देश का इतिहास अपनी दृष्टि से लिखा है। वीर सावरकर ने 1857 की बगावत को स्वतंत्रता का पहला समर बताया। देश आजाद हुआ है। स्वराज को शहीदों की अपेक्षा के अनुसार सुराज बनायंे। राज्यपाल ने इस अवसर पर कल्याणं करोति द्वारा किये जा रहे सामाजिक कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि संस्था की भावना बडे़ महत्व की है कि वह समाज से लेकर समाज के जरूरतमंदों को देती है।

इस अवसर पर स्वामी रामभद्राचार्य ने अपने विचार व्यक्त करते हुए जगतगुरू रामभद्राचार्य विकलांग विश्वविद्यालय की उपलब्धियाँ एवं दिव्यांगजनों को दी जा रही सुविधाओं के बारे में भी जानकारी दी।