मानवता का असली दुश्मन इसराइल है: कल्बे जवाद
लखनऊ :वैश्विक आतंकवाद के खिलाफ और पठानकोट हमले की निंदा के लिए मजलिसे उलमाये हिन्द के बैनर तले इमामबाड़ा सिब्तैनआबाद हजरतगंज में आयोजित होने वाली शिया व सुन्नी व हिन्दु धर्मगुरुओं के संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों को संबोधित करते हुए मजलिसे उलमाये हिन्द के महासचिव मौलाना सैयद कल्बे जव्वाद नकवी ने कहा कि मानवता का असली दुश्मन इसराइल है। आज दुनिया में जितना भी आतंकवाद हो रहा है उसका बीज इसराइल ने बोया है,मौलानाने कहा कि जब तक आतंकवादियों को हो रही फन्डिंग बंद नहीं होगी तब तक आतंकवादी बेगुनाह इंसानों का खून बहाते रहेंगे। दुनिया जानती है कि आई0एस0 जैसे दूसरी आतंकवादी संगठनों को सबसे जियादा धन सऊदी अरब से दिया जाता है मगर मानवाधिकार संगठन चुप हैं ओ आर संयुक्त राष्ट्र भी उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं करता। मौलाना ने कहा कि जब तक आतंकवाद पर दोहरा मापदंड समाप्त नहीं किया जाएगा आतंकवाद समाप्त नहीं होगी।मौलाना ने कहा कि पाकिस्तान में पहले वहाबियत को बढ़ावा दिया गया उसके बाद उन लोगों ने पाकिस्तान के शियों का नरसंहार किया .फिर आम मुसलमानों पर हमले किए और उसके बाद सैनिकों और पुलिसकर्मियों को निशाना बनाया अब भारत में भी उन्हीं परियोजनाओं को लागू करने साजिश है ।इमामे काबा उन्हीं लोगों को फंडिंग करने के लिए भारत आए थे। अगर इन आतंकवादियों के समर्थकों और उनके कार्यक्रमों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है और देश में आतंकवाद को बढ़ावा होता है तो यह जिम्मेदारी राज्य और केंद्र सरकार की होगी
अगर फिलिस्तीन, सीरिया, इराक, बर्मा और बहरेन में मुसलमानों का नरसंहार किया जाता है तो उसे गुड टेररइज्म कहा जाता है और जब पेरिस, अमेरिका, लंदन और इसराइल पर हमले होते हैं तो बेड टेररइज्म कहकर हंगामा किया जाता हैै, यह दोहरी गुणवत्ता खत्म होना चाहिए। मौलाना ने कहा कि जो लोग आई0एस0 के खलीफा को पत्र लिखते हैं और भारत के मानचित्र पर आई0एस0 का मानचित्र लगाते है वह भला आतंकवाद के खिलाफ कैसे हो सकते हैं। यही कारण है कि लखनऊ में सऊदी अरब के समर्थन में कार्यक्रम होते हैं और सरकार मूकदर्शक बनी रहती है। जब तक ऐसे कट्टरपंथियों पर कार्रवाई नहीं होगी हम पठानकोट जैसे हमले रोक पाने में सफल नहीं होंगे ।मौलाना ने कहा कि ऐसे ही कार्यक्रमों में शामिल युवा कट्टरपंथ के शिकार होते हैं और फिर वे सब कर गुजरते हैं जो देश की हित के साथ इस्लाम के सिद्धांतों के खिलाफ होता है। इसलिए ऐसी चिंताओं को पनपने से पहले ही खत्म करना होगा। मौलाना ने कहा कि हरेमेन का अर्थ केवल काबा नहीं है बल्कि मदीना भी शामिल है। ग्रेटर इसराइल में मक्का और मदीना व र्कबला व नजफ शामिल है यही वजहा हे के ग्रेटर इसराइलष्का विरोध नहीं किया जाता है । पेगंम्बर ए इस्लाम के रोजा के लिए तो उनका फतवा हैं कि सबसे बड़ा बुत्त यही है पहले इसे ढादो ।
मौलाना ने अधिक कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि लखनऊ यही लोग सऊदी अरब के धन से कार्यक्रम करते हैं जिस मै आतंकवाद का समर्थन करते है। एसे सम्मेलन दरअसल शहीद शेख बाकिर उल निम्र की फांसी के समर्थन में किये जा रहे है जबकि उनकी फांसी पर सऊदी अरब की निंदा संयुक्त राष्ट्र ने भी की थी। इस सम्मेलन के बहाने यह आतंकवाद का सर्मथन कर रहे है जिसके पीछे सऊदी सरकार का हाथ है।
मुफ्ती शफीक हनफी कादरी सचिव इदाराए मिन्हाज उल कुरआन मुंबई ने कड़े शब्दों में आतंकवाद की निंदा करते हुए कहा कि सऊदी अरब इराक,यमन,सीरिया,बहरेन और दूसरे देशों के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करता है और जब उसके मामलों में कोई दखल देता है तो उसे सहन नहीं होता। उन्होंने कहा कि हर किसी को अपने पंथ और अकीदे का पालन करने की स्वतंत्रता होती है लेकिन सऊदी अरब में ऐसा नहीं है वरना शेख बाकिर उल निम्र को फांसी ना दी जाती ।ष्ेाख बाकिर उल निम्र को अपने अधिकारों के लिए शांतिपूर्ण विरोध की स्वतंत्रता थी तो फिर उन पर गोलियां क्यों बरसाई गई थीं और फिर इसी अपराध में उन्हे मार दिया गया।मौलाना ने कहा कि हमें प्रेस कांफ्रेंस करने की क्या जरूरत थी अगर दुनिया में इस्लाम और कुरान के नाम पर मानवता का खून न बहाया जाये, ये लोग कुरान, इस्लाम और अल्लाह के नाम को बदनाम कर रहे हैं इसलिए हमें भी निंदा मै बोलना पड़ता है। अब सऊदी अरब ने अपने वहीबी एजेंटों द्वारा अपनी वहाबी विचारधारा को पूरी दुनिया में फैलाना शुरू कर दिया है यही वजह है कि लखनऊ जैसे शहरों में उनके एजेंट कार्यक्रम कर रहे हैं। मौलाना ने कहा कि एन0आई0ए0 देश भर से ढूंढ ढूंढ कर आई0एस0 समर्थकों को गिरफ्तार कर रही है लेकिन जिनका रिश्ता आई0एस0 से साबित चुका है औ वो लोग उसके समर्थन में और उसी विचारधारा को बढ़ावा देने के लिए लखनऊ में कार्यक्रम कर रहे हैं और उन पर सरकार कोई कार्रवाई नहीं करती है ता ये अफसोस की बात है।सरकार को चाहिए कि वह सऊदी अरब के धन से चलने वाले मदरसों और सभी कार्यक्रमों पर नजर रखे और उनकी जांच कराए कि आखिर इस पैसे का उपयोग कहां और कैसे हो रहा है?
पंडित उत्तम शर्मा जगतगुरु शंकर आचार्य जी महाराज के अनुयायी ने कहा कि आतंकवाद पूरी दुनिया के लिए बड़ा खतरा है। हर देश इसका शिकार है ।उसके अंत के लिए सभी धर्म के नेताओं को आगे आना होगा।क्यिों के आतंकवाद किसी धर्म की सोच नहीं बल्कि एक विचारधारा है ।उसका समापंन आसानी से नहीं किया जा सकता है ।उसके उन्मूलन के लिए हमें मिलकर प्रयास करना होगी, वरना उसकी जिम्मेदारी हम सबकी होगी इसके लिये किसी एक को दोषी नहीं ठहराया जा सकता हे। हम यह कहकर अपना दामन नही बचा सकते कि हम इसमें शामिल नहीं हैं क्योंकि अगर हम एकजुट होकर उसका मुकाबला नहीं करेंगे तो उसका शिकार हम खुद होंगे और हमारी आने वाली पीढ़ियां होंगी।
दरगाह खाजा गरीब नवाज अजमेर शरीफ से आए गद्वी नशीन सैयद तसव्वुर मियाँ चिश्ती ने कहा कि खानकाहंे और सूफी हमेशा अत्याचार और आतंक के खिलाफ रहे हैं,इस्लाम किसी भी हाल में उपद्रव और खून बहाने की अनुमति नहीं देता,.खानकाहों और धार्मिक स्थलों पर हर धर्म और हर जात के लोग आते हैं यह इस बात की दलील है कि मूल इस्लामी शिक्षा बिना भेदभाव, धर्म और समुदाय सबको शांति और प्यार की दावत देती हीं।खाजा गरीब नवाज ने कहा था कि अगर कांटे बिछाने वालों के रास्ते में आप भी कांटे बिछायेंगंे तो दुनिया कांटों से भर जाएगी। उन्होंने कहा कि जो देश या मानसिकता आतंकवाद को बढ़ावा दे हम उसके खिलाफ हैं और उसकी निंदा करते हैं।
मौलाना सैयद हसनैन बकाई नायब सज्जादा नशीन खानकाह आलिया बकाईया सफीपुर ने कहा कि कल एन0आई0ए0 ने पूरे भारत से ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया है जिन पर आई0एस0 से मिले होने का शक जताया गया है। इस संबंध में लखनऊ से भी गिरफ्तारी हुई है। यह तो अदालत और जांच में स्पष्ट होगा कि वे वास्तव में दोषी हैं या नहीं लेकिन जिनका आई0एस0 से संबंध साबित चुके है उन्हें एन0आई0ए0 ने क्यों गिरफ्तार नहीं क्या यह अफसोस की बात है। मौलाना ने कहा कि ऐसे मौलवी जो आई0एस0 समर्थकों कर चूके है उनकी जांच होनी चाहिए कि आखिर उनके तार कहां और किससे जुड़े हुए हैं। वह अपनी फेसबुक पर यदि भारत के मानचित्र पर आई0एस0 का मानचित्र लगाते हैं तो उनकी गिरफ्तारी अभी तक क्यों नहीं हुयी यह बड़ा सवाल है? मौलाना ने कहा कि मैं साफ कहना चाहता हूँ कि वहाबियत का सुन्नियों से कोई संबंध नहीं है ।वहाबी विचारधारा आतंकवाद को बढ़ावा देरही है ये उनके बयानों और मानसिकता से भी जाहिर हो जाता है।जो इस्लाम वुजू में भी व्यर्थ पानी बहाने की अनुमति ना दे वह हमें खून बहाने की अनुमति कैसे दे सकता है। मौलाना ने कहा कि जो लोग सऊदी अरब के धन से भारत में कार्यक्रम कर रहे हैं क्या उन्हें उन हाजियों की भी चिंता है कि जो बद इन्तेजामी के कारण मारे गए। उन सऊदी षहजादों के खिलाफ ये क्यों नहीं बोलते जो इस घटना के लिए जिम्मेदार थे।
संवाददाता सम्मेलन में अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद की कड़े शब्दों में शिया व सुन्नी सूफी उलेमा ने निंदा की,साथ ही पठानकोट एयर बेस पर हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की गई और मांग की गई कि पाकिस्तान सरकार अगर भारत से बेहतर रिश्तों का इच्छुक है तो उसे भारत के अपराधियों को गिरफ्तार कर अपनी शांतिप्रियता का सबूत देना होगा।
संवाददाता सम्मेलन में पंडित राधे श्यिाम बाजपई, पंडित दीपक मिश्रा, पंडित हरिओम शास्त्री, मौलाना रजा हुसैन, मौलाना शबाहत हुसैन और मौलाना अन्य मुस्लिम उलेमा हिस्सा लिया।