CSIR-CDRI में ब्रेन स्टोर्मिंग मीटिंग 21 जन0 से
सीइसआईआर.सीडीआरआई लखनऊ, भारत में प्राकृतिक उत्पादों पर अनुसन्धान की परंपरा को पुनः स्थापित करने के उद्देश्य से विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी विभाग के सहयोग से संस्थान में ‘रिन्यूइंग द ट्रेडिशन ऑफ़ नैचुरल प्रोडक्ट रिसर्च इन इंडिया’ विषय पर 21 जनवरी से तीन दिवसीय ब्रेन स्टोर्मिंग मीटिंग का आयोजन कर रही है जिसमे इस विषय के वरिष्ठ एवं अनुभवी वैज्ञानिक इस क्षेत्र में वर्तमान में कार्य कर रहे वैज्ञानिकों से गहन विचार विमर्श कर अनुसन्धान की नई संभावनाएं तलाशेंगे
भारत प्राकृतिक स्रोतों से संपन्न विशाल वन क्षेत्र तथा अनेक प्रकार की जलवायु वाला देश है जिसकी समुद्री सीमायें 8000 किमीण् लम्बी हैं। भारत सरकार के स्वस्थ भारत मिशन और मेक इन इंडिया कार्यक्रम में सहायक बनने और उसे पूर्ण करने के लिए प्राकृतिक वनस्पतियों और जीव जंतुओं के अध्ययन औए उनकी क्षमता का भरपूर उपयोग करने की अत्यधिक आवश्यकता महसूस की जा रही है। यह न केवल विज्ञान व प्रोद्योगिकी की उन्नति के लिए बल्कि राष्ट्र की सम्पूर्ण समृध्दि के लिए भी जरूरी है। वर्तमान में देश में नेचुरल प्रोडक्ट केमेस्ट्री में नई रिसर्च व नए मानव संसाधन में कमी आई है जबकि हमारे देश में आयुर्वेद की एक वैभवशाली परंपरा रही है और देश प्राकृतिक संसाधनो से भी भरपूर है यहाँ आधुनिक तकनीकों के माध्यम से बायो.थेरेप्यूटिक्स के डेवलपमेंट में असीम संभावनाएं हैंण् इन सभी पहलुओं पर कार्य करने की योजना बनाने के सन्दर्भ में विभिन्न मुद्दों पर केंद्रित यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।
इस ब्रेन स्टोर्मिंग बैठक में डॉ टी के चंद्रशेखर, प्रो गोवर्धन मेहता, डॉ के नागराजन, डॉ राम विश्वकर्मा, डॉ टी के चक्रवर्ती, डॉ इंद्रपाल सिंह, डॉ एन सी बरुआ, डॉ डी एस रेड्डी, डॉ शेनॉन ओल्सन, डॉ आर उमाशंकर, डॉ टी नरेंद्र सहित देश के विभिन्न क्षेत्रों से आये 50 से भी अधिक शोधकर्ता शिरकत करेंगे।