लखनऊ। आजादी के 68 वर्ष बाद भी किसान गरीबी-मुफलिसी में जीवन गुजार रहे हैं। सरकारों की उदासीनता के चलते किसान आत्महत्या जैसा आत्मघाती कदम उठाने को मजबूर हैं लेकिन सरकार जरा भी नहीं चेतती। उक्त उद्गार किसान मंच के प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में किसान मंच के अध्यक्ष शेखर दीक्षित ने व्यक्त किए। 

श्री दीक्षित ने आज प्रदेश कार्यालय में किसान सहायता कोष की स्थापना की। उन्होंने बताया कि किसान सहायता कोष को पूरे सूबे में चलाया जायेगा। इससे जो भी धन एकत्र होगा, उससे अति जरूरतमंद किसानों की मदद की जायेगी। पहले चरण में लखनऊ, सीतापुर, हरदोई, उन्नाव में शुरू किया जायेगा। इसके उपरांत अमेठी, इलाहाबाद, कौशाम्बी, बस्ती, झांसी, हमीरपुर,बांदा  आदि जनपदों में मुहिम शुरू की जाएगी। किसानों के इस बुरे दौर में किसान मंच उनके साथ व उनके परिवार के साथ खड़ा रहा है। किसान मंच उत्तर प्रदेश कि कमेटी ने यह निर्णय लिया कि जिन गरीब किसानों तक ना ही सरकार द्वारा और ना ही किसी अन्य माध्यम के द्वारा सहायता पहुंच रही है और किसान बेबसी में आत्महत्या जैसे पीडा दायक कदम उठा रहा है उसको समृध करने व सहायता करने के उद्देश्य से मंच के प्रदेश अध्यक्ष शेखर दीक्षित की अगुवाई में किसान सहायताकोष की स्थापना की गयी है। जिसमें किसान मंच के कार्यक्रता घर-घर जा कर मदद मांगेगें और यह जानकारी देगें कि बिना किसानों के समृद्ध हुए देश समृद्ध नहीं हो सकता। किसानों की सहायता के लिए न्यून्तम एक रुपए कीधनराशि रखी गई है जो कि किसान हितों व बच्चों की सुरक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं में लगाएगा यह कार्यक्रम 20 जनवरी दिन बुधवार से लखनऊ के निशातगंज 1 पेपर मिल कालोनी से शुरु किया जाएगा और अभियान का लक्ष्य प्रथम चरण में लखनऊ के एक-एक घर तक पहुचने का है। इस अभियान में संजय द्विवेदी प्रदेश संगठन मंत्री, अजय श्रीवास्वत मीडिया प्रभारी, वसीम खान प्रदेश महासचिव, योगेन्द्र त्रिपाठी प्रदेश सचिव, अनिल चौबे सदस्यता प्रभारी, नितिन अस्थाना कोषाध्यक्ष, प्रिया बाजपेयी एवं समस्त किसान मंच के सदस्य सम्मलित होंगे।