मुंबई। विदर्भ के उभरते युवा स्पिनर अक्षय कर्णेवार ने बड़ौदा के खिलाफ टी-20 सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के मैच में दोनों हाथ से बॉलिंग कर लोगों को सकते में डाल दिया। सोमवार को वानखेडे स्टेडियम में हुए इस मैच में 23-वर्षीय अक्षय ने एक ही ओवर में दोनों हाथों से बॉलिंग की जिससे बैट्समैन परेशान रहे और लंबे शॉट नहीं खेल पाए। उनका यह ओवर इतना आश्चर्यजनक रहा कि लोग देखते रहे गए।

13-वर्ष की उम्र से क्रिकेट खेल रहे अक्षय लेफ्ट हैंडर बॉलर है। हालांकि उन्होंने करियर की शुरूआत राइट आर्म ऑफ स्पिनर के रूप में की थी। वह बताते हैं कि जब वह खेलना सीख रहे थे तब उनके कोच बालू नावघेरे ने उन्हें दोनों हाथों से बॉलिंग करने की सलाह दी। इस पर अक्षय ने इसकी प्रेक्टिस शुरू दी, शुरू-शुरू में यह काफी कठिन था लेकिन जल्दी ही उन्होंने इसमें महारथ हासिल कर ली।

सोमवार को मैच में उनकी इस गेंदबाजी को देखकर वहां मौजूद इरफान ने भी पूछा कि वो लेफ्ट हैंडर बॉलर है या राइट हैंडर बॉलर। उन्होंने कहा मैं दोनों हाथों से बॉलिंग कर लेता हूं।

2008 के आईपीएल के दौरान केकेआर के ट्रायल मैच में भी दोनों हाथों से बॉलिंग करने वाले दो खिलाड़ी आए थे। इनमें चंडीगड़ के विकास चौहान तथा मोहम्मद इब्राहिम सनुथ शामिल थे। इससे पहले 1958 में भी पाक के बॉलर हनीफ मोहम्मद ने अपनी टीम को जीत दिलाने के लिए इंग्लैंड के गैरी सोबर्स के खिलाफ दोनों हाथों से बॉलिंग की थी, लेकिन वो मैच जिता नहीं पाए।