सहने का नहीं अब करने का समय है: रक्षा मंत्री
जयपुर। रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने पाकिस्तान के साथ छद्म युद्ध की चर्चा करते हुए आज यहां कहा कि हमारे सहने की क्षमता खत्म हो गई है और अब हम कुछ न कुछ जरूर करेंगे, लेकिन परिणाम में एक वर्ष का समय लगेगा। प्रधानमंत्री के निर्देश पर बजट पर चर्चा के लिए राजस्थान आए पर्रिकर ने पत्रकारों से पठानकोट आतंकवादी हमले पर चर्चा करते हुए कहा कि हम सतर्क है और जरूर ऐसा करेंगे, जिससे इस तरह का दर्द अब हमें नहीं झेलना पड़े।
पाकिस्तान द्वारा सैन्य ठिकानों की जासूसी और हमलों के प्रयास के बारे में उन्होंने कहा कि जल्दी ही सैन्य ठिकानों की सिक्यूरिटी ऑडिट करायी जाएगी और कमियों को दूर कर सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पहले बेस कमांडर स्तर पर सुरक्षा ऑडिट होगी। इसके बाद फरवरी में विशेष दल से जांच करायी जाएगी। उन्होंने कहा कि पक्षियों से जासूसी कराने का पुराना इतिहास रहा है, अब ड्रोन से भी यह काम होता है, लेकिन इसकी रोक थाम के बारे में सेना पूरी तरह से सतर्क है। आतंकवादी संगठन आईएसआई द्वारा सैन्यकर्मियों को जासूसी या तस्करी में लिप्त कराने के प्रयास के बारे में उन्होंने कहा कि सैन्य अधिकारियों को इसकी निगरानी के लिए कहा गया है।
उन्होने रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि सैन्यकर्मियों को हनीट्रैप जैसे मामलों से रोकने के लिए सभी प्रकार की सावधानियां बरती जा रही हैं। भारतीय वायुसेना के एक अधिकारी को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई द्वारा हनीट्रैप में फंसाकर जानकारियां निकलवाए जाने के मामले के सामने आने के बाद यह बाते कही।
रक्षामंत्री ने संवाददाताओं से कहा, मुझे नहीं लगता कि ऐसी चीजें उच्च स्तर के अधिकारियों के साथ होती हैं। कुछ चीजें सामने आई है, लेकिन वे निचले स्तर पर हैं, हमने उनेहे रोकने के लिए सभी सावधानियां बरती हैं। जब हम सर्तक होते हैं, तो लालच देकर जाल में फंसाने जैसी चीजें आम तौर पर नहीं हो पाती। हमें हमेशा सर्तक रहना चाहिए। हम भर्ती और प्रशिक्षण के दौरान इसका ध्यान रखते हैं। जवानों के सोशल नेटवर्किंग का इस्तेमाल करने को लेकर स्पष्ट दिशानिर्देश एवं आचार संहतिा के नियम लागू हैं।
हाल में भारतीय वायुसेना के 30 साल एक अधिकारी रंजीत के. के को एक संदिग्ध जासूस को अधिकारिक सूचनाएं कथित रूप से देने के मामले में गिरफ्तार और सेवा के बर्खास्त किया गया है। दिल्ली पुलिस के अपराध शाखा के अनुसार अधिकारी ने फेसबुक पर खुद को पत्रकार बताने वाली संदिग्ध जासूस दामिनी मैक्नॉट के बिछाए हनीट्रैप में फंस कर यह जानकारी साझा की। पर्रिकर ने सेना की भर्ती रैली के उद्घाटन के मौके पर अंबेर के निकट सीआईएसएफ मैदान में यह बात कही। इस अवसर पर केंद्रीय राज्य सूचना एवं प्रसारण मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर और सेना के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।