मुश्किल था पठानकोट एयरबेस का ऑपरेशन: आर्मी चीफ
नई दिल्ली। पठानकोट एयरबेस में हुए आतंकी हमले को लेकर जनरल दलबीर सिंह सुहाग ने अपना बयान दिया है। उन्होंने कहा कि कम से कम नुकसान हो इसलिए ऑपरेशन में वक्त लगा। उन्होंने कहा कि सेना को किसी भी तरह से एनएसजी निर्देश नहीं दे रही थी। संयुक्त अभियान में आतंकियों के मंसूबों को नाकाम कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि एयरबेस कोई आम जगह नहीं थी। वहां भारी नुकसान हो सकता है। इसे रोकने के लिए संभल कर ऑपरेशन चलाया गया। इसलिए आतंकियों को मार गिराने में थोड़ी देर हो गई। वहीं पर हमारे दो जवान फंस हुए थे, पहले उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला गया। उस वक्त जो भी ऑपरेशन के दौरान मौजूद थे उन्हें फैसले लिए और अच्छी तरह से इसे हैंडल किया। कैम्पस में दस हजार नागरिक थे, इसलिए हालत के मुताबिक फैसले लिए गए।
एनएसजी की तैनाती पर उन्होंने कहा कि बंधक बनाए जाने के हालत से निपटने के लिए कमांडो बुलाए गए थे। पठानकोट एयरबेस में 10 हजार लोगों की जिंदगी हमारे लिए कीमती थी, लिहाजा अभियान को लंबे समय तक चलाया गया। पठानकोट एयरबेस पर आतंकी हमले से निपटने की निगरानी मैं खुद कर रहा था।
आपको बता दें कि केंद्रीय रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर ने माना था कि इटेलिजेंस इनपुट से लेकर ऑपरेशन में कुछ गैप्स थे। उन्होंने कहा कि यह जांच में साफ होगा कि चूक कहां रह गई, लेकिन जहां तक सुरक्षा की बात है तो सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन मात्र 38 घंटे ही चला था। उसके बाद जो चला वह कॉम्बिंग ऑपरेशन था, जो कि सुरक्षा कि दृष्टि से बेहद जरूरी था।