पासी समाज का इतिहास गौरवपूर्ण है: राज्यपाल
लखनऊः उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने आज पासी शिरोमणी महाराजा बिजली पासी बहुउद्देशीय कल्याण ट्रस्ट द्वारा आयोजित महाराजा बिजली पासी जन्मोत्सव का उद्घाटन करते हुए कहा कि महाराजा बिजली पासी का योगदान दीप स्तम्भ की तरह है। उनसे प्रेरणा लेने की आवश्यकता है। महाराजा बिजली पासी ने अपने योगदान से समाज को ऊपर उठाया है। उनको नमन करने के लिए वे राज्यपाल के नाते यहाँ आए हैं। पासी समाज का इतिहास गौरवपूर्ण है। 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में पासी समाज ने प्रमुखता से योगदान दिया। वीरांगना उदा देवी ने देश की आजादी के लिए संघर्ष किया। जो समाज अपने इतिहास को भूलता है वह आगे नहीं बढ़ सकता। उन्होंने कहा कि महाराजा बिजली पासी से केवल पासी समाज ही नहीं बल्कि पूरे देश को प्रेरणा लेनी चाहिए।
राज्यपाल ने कहा कि स्वाभिमान दिवस पर स्वाभिमान को जागृत करना चाहिए। शिक्षा से पिछड़ा हुआ समाज आगे बढ़ता है। जब समाज आगे बढ़ता है तो देश आगे बढ़ता है। यह संयोग की बात है कि 25 दिसम्बर को प्रभु यीशु, महाराजा बिजली पासी, मदन मोहन मालवीय और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी का जन्म दिवस है। भारत के इतिहास में 25 दिसम्बर महत्वपूर्ण दिवस है। अटल जी ने जिस तरह संविधानिक परम्पराओं का पालन किया वह अनुकरणीय है। उन्होंने कहा कि ऐसे महापुरूषों से प्रेरणा लेने की आवश्यकता है।
राज्यपाल ने इस अवसर पर पासी समाज में उत्कृष्ट कार्य करने हेतु श्री सरस्वती प्रसाद, डाॅ0 एस0के0 राज, श्री गणेश रावत, श्रीमती मालती रावत, श्री राम अवध पासी, सुश्री सुमन रावत, श्री कैलाश चैधरी, श्री दिलीप कुमार, श्री कृष्ण नारायण, डाॅ0 नीलिमा वर्मा, श्री रामदयाल वर्मा, श्री आर0एस0 पंकज, श्री अरविन्द कुमार, श्री बी0पी0 शास्त्री सहित अन्य लोगों को स्मृति चिन्ह, प्रशस्ति पत्र व अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया।
पासी शिरोमणी महाराजा बिजली पासी बहुउद्देशीय कल्याण ट्रस्ट की अध्यक्षा श्रीमती पूर्णिमा वर्मा ने स्वागत उद्बोधन देते हुए कहा कि शिक्षा ही समाज में उन्नति लाती है। संघर्ष के लिए शिक्षित होना जरूरी है। उन्होंने पासी समाज की उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला।
पूर्व सूचना आयुक्त श्री आर0एस0 पंकज ने कहा कि समाज की बुराईयों को दूर करने के लिए पासी समाज आगे आये। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा मिले तभी समाज सफल हो सकेगा।
कार्यक्रम में राज्यपाल ने एक स्मारिका का विमोचन किया तथा महाराजा बिजली पासी किला में लगे शिलालेख का अनावरण भी किया। इस अवसर पर अन्य लोगों ने भी अपने विचार रखें