आय आधारित फण्ड्स में निवेश का सही समय
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा पिछले कुछ महीनों के दौरान नीति में छूट दिए जाने के बाद निवेशकों की निगाहें अल्पावधि आय फण्ड्स निवेश कर उच्चतम उपार्जन की तथा कम समयावधि में के कारण स्थिर आय की आशा टिकी हैं।
इसी प्रकार का यूटीआई शाॅर्ट टर्म इन्कम फण्ड भी जिसका लक्ष्य कम जोखिम के साथ वाजिब रिटर्न का है, साथ ही ऋण की उच्च गुणवत्ता तथा 4 वर्ष परिपक्व अवधि के साथ है। इस फण्ड में हाई क्रेडिट क्वालिटी एवं पोर्टफोलियो डावर्सिफिकेशन होने से यह और भी महत्वपूर्ण हो जाता है।
यूटीआई शाॅर्ट टर्म इन्कम फण्ड मैनेजर श्री सुधीर अग्रवाल कहते हैं कि ‘‘हाल ही में आरबीआई द्वारा फ्रंटलोडिंग रेट कट्स जारी किए जाने, अगली रेट कट्स की अगले 3-6 महीने में के भीतर उम्मीद सीमित है। अतः निवेशकों को अपने शाॅर्ट टर्म इन्कम फण्ड्स को इन फण्डों में स्थानान्तरित करने पर अपना ध्यान केन्द्रित करना चाहिए जो कि उच्च उपार्जन के साथ की कम उतार-चढ़ाव पेश करते हैं। इसलिए हमारा निवेशकों को सुझाव है कि वे हमारे शाॅर्ट टर्म इन्कम फण्ड को 1 से 3 वर्ष के क्षितिज पर देखें। इसके अतिरिक्त इस फण्ड में उच्च उपार्जन के अलावा निवेशक कैपिटल एप्रिशिएशन से भी प्राप्त कर सकते हैं यदि अगले 3 से 6 माह की अवधि में रेट कट्स होती है तब भी।‘‘
यूटीआई शाॅर्ट टर्म इन्कम फण्ड लगातार अपना बैंचमार्क क्रिसिल शाॅट टर्म बाॅण्ड फण्ड इन्डेक्स में स्थापित करता आ रहा है।