बुन्देलखण्ड में लोग खा रहे हैं घास की रोटियां: डाॅ0 मनोज मिश्र
लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने बुन्देलखण्ड में जनता की बेहाली और बदहाली पर चिन्ता जताई है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डाॅ0 मनोज मिश्र ने सपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि बुन्देलखण्ड के लोग अनाज की जगह घास की रोटियां खाने को मजबूर है। प्रदेश की सपा सरकार नाच गाने और सैफई में जन्म दिन मनाने में व्यस्त है तो दूसरी तरफ बुन्देलखण्ड के लोग त्रासदी झेलने को मजबूर। उन्होंने कहा कि यू0पी0 की सरकार भूल गई है कि उसकी जिम्मेदारी क्या है?
प्रवक्ता मिश्र ने सपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बांदा के नरैनी तहसील के सुलखान पुरवा में सुप्रीम कोर्ट कमिश्नर (भोजन का अधिकार) हर्षमन्दर और डा0 सज्जाद हसन के समक्ष ग्रामीणों ने घास की रोटियां दिखाई। वहां पर महिलाओं ने घास-चोकर-जंगली पत्तियों की रोटियां, बेर और मकुइया दिखाते हुए कहा कि हम लोग ये खाकर जीवन यापन कर रहे है। बच्चे जंगल में बेर बीनकर पेट भर रहे है। भूख से मौत हो रही है, मरने वालो के परिवारों को सरकार की तरफ से कोई आर्थिक मदद नहीं मिल रही है।
डाॅ0 मिश्र ने कहा कि सपा सरकार अपनी उपलब्धियों का टी0वी0 और अखबारों में ढोल पीट रही है उस समय बुन्देलखण्ड की जनता भूखों मरने को मजबूर है। पहले रवी की फसल भारी वर्षा ओलावृष्टि फिर खरीफ की फसल पर सूखे की मार तथा वर्तमान में रवी की बुआई कम हुई है। पशुओं को बचाने की समस्या, चारे की कमी और पेयजल समस्या भी बडे पैमाने पर हो गई ।
बुन्देलखण्ड में भुखमरी, विधवा पेंशन, राशनकार्ड तथा मनरेगा के जाब कार्ड से वहां की जनता पीडि़त है। जनता को सरकारी मदद नहीं मिल रही है वहां की जनता राम भरोसे है। प्रतिदिन जीवन यापन के लिए उन्हें संघर्ष करना पड़ रहा है। सपा सरकार बहरी बन गई है। जनता की समस्याओं से दूर सपा की सरकार मौजमस्ती में व्यस्त है। सरकार को इस मौजमस्ती की कीमत चुकानी होगी।