युवराज की टी-20 टीम में वापसी, वनडे में नहीं मिली जगह
ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए टीम इंडिया एलान, मोहम्मद शमी को मिली जगह
नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलियाई दौरे के लिए टीम इंडिया का ऐलान कर दिया गया है। टी-20 टीम में युवराज सिंह और आशीष नेहरा की वापसी हुई है जबकि वनडे टीम में युवराज को जगह नहीं मिल सकी। युवराज ने अंतिम बार भारत के लिए 2014 में और नेहरा ने 2011 में खेला था।
मोहम्मद शमी और रवींद्र जडेजा को भी वनडे टीम में शामिल किया गया है। घुटने की चोट के कारण विश्व कप के बाद से टीम से बाहर चल रहे तेज गेंदबाज मोहम्मद समी एकदिवसीय और टी-20 टीमों में वापसी करने में सफल रहे हैं। चयनकर्ताओं ने महेन्द्र सिंह धोनी को टी-20 और एकदिवसीय टीमों का कप्तान बनाए रखा है और साथ ही कहा है कि वह अगले वर्ष होने वाले आईसीसी टी-20 विश्व कप तक टीम के कप्तान बने रहेंगे।
हरभजन सिंह को भी टी-20 टीम में जगह दी गई है। अनुभवी बल्लेबाज सुरेश रैना को एकदिवसीय टीम में जगह नहीं मिली है जबकि टी-20 टीम में वह बने हुए हैं। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खराब प्रदर्शन करने वाले हरफनमौला स्टुअर्ट बिन्नी को दोनों टीमों में जगह नहीं मिली।
टीम में दो नए चेहरे शामिल किए गए हैं। घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करने वाले तेज गेंदबाज ऋषि धवन और बरेंदर सिंह सरन को टीम में जगह मिली है जबकि चयनकर्ताओं ने गुरकीरत सिंह मान पर भरोसा जताते हुए उन्हें टीम में बनाए रखा है। मान दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भी टी-20 और एकदिवसीय टीम में शामिल थे लेकिन उन्होंने एक भी मैच नहीं खेला था।
इस दौरे में भारत एकदिवसीय और टी-20 मैच खेलेगा। भारत और आस्ट्रेलिया की टीमें 12 से 31 जनवरी के बीच पांच एकदिवसीय और तीन टी-20 मैच खेलेंगी। सीरीज की शुरुआत एकदिवसीय मैचों से होगी। पहला मैच 12 जनवरी को पर्थ में खेला जाएगा। इसके बाद 26, 29 और 31 जनवरी को टी-20 मैच होंगे। टी-20 मैच एडिलेड, मेलबर्न और सिडनी में होंगे।
मुख्य चयनकर्ता संदीप पाटिल ने टीम चयन के बाद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। पाटिल ने लिखा, ‘युवराज खास खिलाड़ी है और कप्तान उसे टीम में वापस पाकर खुश हैं। उन्होंने कहा कि इस ऑस्ट्रेलिया दौरे से चयनकर्ताओं को अन्य खिलाड़ियों को परखने में भी मदद मिलेगी। नेहरा के बारे में पाटिल ने कहा कि टी-20 मैचों में वो लगातार शानदार प्रदर्शन करते रहे हैं और टीम के लिए वह उपयोगी साबित होंगे। उन्होंने कहा कि हमें अनुभवी टी-20 वर्ल्डकप के लिए अनुभवी खिलाड़ियों की जरूरत है और ऑस्ट्रेलिया दौरा उन्हें परखने का सही अवसर है।