हुजूरे पाक तमाम इंसानों की रहबरी के लिए मुकम्मल नमूना है: मौलाना मुशताक
लखनऊ: दारूल उलूम निजामिया फरंगी महल के अन्र्तगत अल्लामा अब्दुर्रशीद फरंगी महली हाल में माह-ए-रबी उल अव्वल की मुनासिबत से पाँचवें जलसे ‘‘जलसा सीरतुन्नबी व तहफ्फुजे शरीअत’’ को खिताब करते हुए आॅल इण्डिया सुन्नी बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना मुहम्मद मुशताक ने कहा कि हुजूर पाक सल्ल0 तमाम इंसानों की रहबरी के लिए मुकम्मल नमूना है। दुनिया का हर शख्स हुजूर पाक सल्ल0 के सच्चे और अच्छे सहाबाक्राम रजि0 के एहसान का बदला नही अदा कर सकते क्योंकि सहाबाक्राम ने खुदा पाक के पसंदीदा दीन-ए-इस्लाम को फैलाने में किसी किस्म की कसर नही छोड़ी।
मौलाना ने कहा कि खुदा पाक की रजा इसी मे हैं कि जैसा खुदा ने हुक्म दिया है वैसा ही किया जाए, अपनी तरफ से उसमें कुछ कमी और ज्यादती न की जाए। सहाबाक्राम ने हुजूर पाक की जिन्दगी का हर पहलू हम तक पहंचा दिया। हमें अपनी आखिरत और दुनियावी फायदे के लिए उसको अपनाना चाहिए।
उन्होेने ने कहा कि आज जरूरत इस बात कि है कि सीरत-ए-नबवी सल्ल0 के तमाम पहलुओं का बारीकी से अध्ययन किया जाए और दुनिया के बसने वाले सारे इंसानों तक खुदा पाक के रसूल का पैग़ाम पहुंचाया जाए।