सिर्फ यूपी सरकार ने ही मुफ्फ पढ़ाई, सिंचाई, दवाई की व्यवस्था लागू की: शिवपाल यादव
वाराणसी: उत्तर प्रदेश के लोक निर्माण विभाग, सिचाई एवं जल संसाधन, सहकारिता, परती भूमि विकास, राजस्व, अभाव, सहायता पुर्नवास तथा लोक सेवा प्रबन्धन विभाग मंत्री शिवपाल सिंह यादव आज जनपद वाराणसी में परती भूमि विकास विभाग द्वारा आयोजित समेंकित जलसंचय प्रबन्धन कार्यक्रम के दौरान उत्तर प्रदेश को देश का दिल बताते हुए कहाॅ कि देश का किसान खुशहाल होना चाहिये। जबकि वह गरीबी मंे है। उन्होने बताया कि देश का 75 फीसदी किसान खेती पर निर्भर है। प्रदेश में कृषि कार्य हेतु पानी की कोई कमी नही है। फिर भी नदियो एवं वर्षा से प्राप्त जल का संचय व्यवस्थित तरीके से किया जाय, तो किसानों को पानी की कोई तकलीफ न हो। उन्होने जोर देते हुए कहाॅ कि हमारे किसान बहूॅत मेहनती है और उन्हेे अपने बेटे-बेटियों को पढ़ाना भी होगा। इसलिये प्रदेश सरकार ने किसानों को मुफ्त सिचाई की व्यवस्था की है और कई बन्द पड़े सिचाई परियोजनाओं को पुर्नजीवित किया गया है।
उत्तर प्रदेश के लोक निर्माण विभाग, सिचाई एवं जल संसाधन, सहकारिता, परती भूमि विकास, राजस्व, अभाव, सहायता पुर्नवास तथा लोक सेवा प्रबन्धन विभाग मंत्री शिवपाल सिंह यादव बुधवार को स्थानीय उदय प्रताप कालेज के खेलकूद ग्राउण्ड में परती भूमि विकास विभाग द्वारा आयोजित समेंकित जलसंचय प्रबन्धन कार्यक्रम के अन्तर्गत जल संरक्षण जागरूकता कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में लोगो को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होने कहाॅ कि जल ही जीवन है और हमारे यहाॅ पानी की कोई कमी नही है, केवल प्रबन्धन की जरूरत है। जैसे नदियों की गहराई को बढ़ा दिया जाय और बरसात के पानी को संचित किया जाय। उन्होने भपौली पम्प कैनाल की चर्चा करते हुए कहाॅ कि इस पम्प कैनाल के माध्यम से सूखे की स्थिति में किसानों को बचाया गया। उन्होने भरोसा देते हुए कहाॅ कि आगामी दो वर्ष में यह विभाग ऐसा कार्य करेगा, कि कही भी पानी की कोई कमी नही रह जायेगी। उन्होने बताया कि उत्तर प्रदेश देश का इकलौता प्रदेश है जहाॅ मुफ्त पढ़ाई, मुफ्त सिचाई एवं मुफ्त दवाई की व्यवस्था लागू है। उन्होने बताया कि वर्तमान सरकार द्वारा 3000 नये ट्यूबवेंल लगाये गये है और वर्तमान में पूरें प्रदेश 32000 ट्यूबवेंल क्रियाशील है। इस अवसर पर उन्होने प्रदेश के अम्बेडकर नगर, अमेठी, सुलतानपुर, प्रतापगढ़, इलाहाबाद, बस्ती, संत कबीर नगर, गोरखपुर, महराजगंज, देवरिया, बलिया, मऊ, आजमगढ़, मिर्जापुर, सोनभद्र, संत रविदास नगर, गाजीपुर, जौनपुर, चन्दौली ,वाराणसी सहित 20 जनपदों में सामुदायिक कृषि यंत्र केन्द्र खोले जाने की घोषणा की। उन्होने बताया कि जल संचयन हेतु प्रदेश के सभी मण्डलों के कुल 242 ग्रामों को आदर्श ग्राम के रूप में चयनित किया गया है। मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने इस मौके पर राजकुमार प्रजापति आजमगढ़, परितोष कुमार पाण्डेय मऊ, सन्तोष कुमार सिंह वाराणसी, अजीत कुमार सिह गाजीपुर और कुलदीप सिंह झांसी सहित 24 लोगो को निःशुल्क टैबलेट तथा 215 स्वयं सहायता समूहो के लाभार्थियों को चेक वितरित किया।
इस अवसर पर पर्यटन मंत्री ओमप्रकाश सिंह ने कहाॅ कि दुनिया में सबकुछ तो बढ़ रही है, किन्तु जोत की जमीन और पानी घट रही है। इसको बचाने के लिये परती भूमि विकास विभाग द्वारा समेंकित जलसंचय प्रबन्धन कार्यक्रम के अन्तर्गत कार्य की शुरूआत काशी से शुरू कर दी गयी है। उन्होने परती भूमि विकास विभाग का मूलमंत्र बताते हुए कहाॅ कि ‘‘खेत का पानी खेत में और गाॅव का पानी गाॅव में’’ होना चाहिये। लोक निर्माण, सिचाई एवं जल संसाधन राज्य मंत्री सुरेन्द्र पटेल ने कहाॅ कि यह कृषि प्रधान देश है। जब तक देश का किसान खुशहाल नही होगा, देश तरक्की नही कर सकता है और जब तक उत्तर प्रदेश का विकास नही होगा, तब तक देश का विकास सम्भव नही है। क्योंकि देश की आबादी का 1/5 वाॅ हिस्सा यानि 21 करोड़ लोग उत्तर प्रदेश में रहते है। उन्होने जोर देते हुए कहाॅ कि किसानों को मुफ्त सिचाई सुविधा देने वाला यह प्रदेश देश का इकलौता प्रदेश है। ऐसी व्यवस्था देश के अन्य किसी भी प्रदेश में नही है। इस अवसर पर महिला कल्याण राज्य मंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) सैयद सादाब फातिमा ने भी लोगो को सम्बोधित किया।
इससे पूर्व उत्तर प्रदेश के लोक निर्माण विभाग, सिचाई एवं जल संसाधन, सहकारिता, परती भूमि विकास, राजस्व, अभाव, सहायता पुर्नवास तथा लोक सेवा प्रबन्धन विभाग मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने दीप प्रज्वलित कर कार्यशाला का विधिवत् शुभारम्भ किया। इस मौके पर उन्होने ‘‘जलदा’’ नामक पत्रिका का विमोचन भी किया। इस मौके पर उन्होने 5 संचेतक वाहन को हरी झण्डी दिखकर रवाना किया। जो गाॅव-गाॅव जाकर किसानों का जागृत करेगें। इस अवसर पर विभिन्न विभागों द्वारा विभागीय योजनाओं से संबंधित स्टाल भी लगाये गये थे।
कार्यशाला में परती भूमि विकास राज्य मंत्री जगदीश सोनकर, राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुमन यादव, प्रमुख सचिव सिचाई एवं जल संसाधन दीपक सिंघल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी आईडब्लूएमपी अंजनी कुमार सिंह, जिलाधिकारी राजमणि यादव, एसएसपी आकाश कुलहरी एवं मुख्य विकास अधिकारी विशाख जी सहित 20 जनपदों के प्रगतिशील किसान उपस्थित रहे।