मुख्यमंत्री बताएं हरदुआगंज परियोजना का सच: बीजेपी
लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से सवाल करते हुए कहा कि जिस हरदुआगंज तापीय विस्तार परियोजना का शिलान्यास उन्होंने किया है उसे कौन बना रहा है और उसकी निर्माण लागत को कौन वहन कर रहा है ? प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि मुम्बई इंवेस्टरमीट में मुख्यमंत्री के तरफ से कहा गया था कि मशहूर जापानी इलेक्ट्रानिक्स तोशीबा पावर 660 मेगावाट थरमल पावर पलांट हरदुआगंज में 3500 करोड़ के निवेश से बनायेगी। उन्होंने कहा हरदुआगंज परियोजना का सच क्या है ?
मंगलवार को पार्टी मुख्यालय पर मुख्यमंत्री के बिजली को लेकर किये जा रहे वांदो पर प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि चुनाव घोषणा पत्र में बिजली की उपलब्धता ग्रामीण क्षेत्रों में 20 घंटे और शहरी क्षेत्रों में 22 घंटे का वादा करने वाले अब 2016 से शहरों में 22 घंटे और गांवो में 16 घंटे बिजली देने का वादा कर रहे है। लाइन लासेंस को न्यूनतम स्तर पर लाकर बिजली चोरी रोकने का दावा करते लोगों के राज्य में प्रतिदिन 21 करोड़ रूपये की बिजली चोरी हो रही है। 2016-17 के लिए नियामक आयोग में दाखिल आकड़ों के अनुसार राज्य में 625 करोड़ रूपये की बिजली चोरी प्रतिमाह हो रही है।
उन्होंने कहा कि निवेश के बड़े-बड़े दांवे करते मुख्यमंत्री अखिलेश यादव यह तो बताये कि निवेश के लिए लगातार किये जा रहे सम्मेलनों के बाद निवेश की स्थिति राज्य में क्या है ? अलग-अलग समिट में हजारों करोड़ रूपये की ;डव्न्द्ध एमओयू किये जाने की बाते आयी किन्तु उन ;डव्न्द्ध एमओयू के आधार पर कितना काम शुरू हो पाया। आगरा समिट से लेकर मुम्बई समिट तक बड़े-बड़े दांवे किये गये किन्तु वास्तविक स्थिति है कि निवेश के नाम पर कोरे आश्वासनों का ही सब्जबाग दिखाती सरकार नजर आयी। रायजिंग यूपी का नारा लगाने वालों लोगों के राज्य में निवेश तो नहीं हाँ यूपी में अपराध जरूर रायजिंग स्थिति में पहुंच गया।
श्री पाठक ने कहा कि निवेश के नाम पर गलत बयानी करती अखिलेश सरकार कब तक कोरे आश्वसनों के भरोसे जनता को गुमराह कर काम चलायेगी, राज्य में विकास के दांवे किये जा रहे हैं किन्तु जिला योजना तक की बैठकें 8 माह बीतने के बावजूद नहीं हो पायी है तो क्या उसके लिए विपक्ष और मीडिया जिम्मेदार है। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव राजनैतिक आरोप-प्रत्यारोप के बजाय यह भी तो देखे विकास की धनराशि ही नहीं खर्च हो पा रही हैं, तो विकास कैसे राज्य में परवाना चढ़ रहा है।