क्षय निवारण जनहित से जुड़ा मामला है: नाईक
राज्यपाल ने उत्तर प्रदेश क्षय निवारक संस्था की वार्षिक सामान्य बैठक की अध्यक्षता की
लखनऊ: उत्तर प्रदेश क्षय निवारक संस्था को सक्रिय बनाने तथा संस्था द्वारा संचालित योजनाओं को प्रभावी रूप से क्रियान्वित करने के लिए एक्शन प्लान बनाने हेतु एक समिति का गठन किया जाए जिसकी प्रथम बैठक 31 दिसम्बर से पहले आयोजित हो। संस्था अन्य प्रदेशों में चल रही क्षय निवारक संस्थाओं की जानकारी लेकर तुलनात्मक दृष्टि से विश्लेषण करें कि उत्तर प्रदेश क्षय निवारक संस्था की उपादेयता कैसे बढ़ायी जाय। उन्होंने कहा कि संस्था के आर्थिक स्रोत बढ़ाने तथा वित्तीय व्यवस्था को सुदृढ़ करने पर भी विचार किया जाना जरूरी है। राज्यपाल ने उक्त विचार उत्तर प्रदेश क्षय निवारक संस्था की वार्षिक सामान्य सभा की अध्यक्षता करते हुए व्यक्त किये। बैठक में संस्था के अध्यक्ष श्री आर0सी0 त्रिपाठी सहित प्रदेश से आये अन्य सदस्यगण भी उपस्थित थे।
राज्यपाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश आबादी के लिहाज से बड़ा प्रदेश है। इस परिप्रेक्ष्य में जनसहभागिता और व्यापक प्रचार-प्रसार से संस्था को और अधिक सक्रिय बनाया जा सकता है। इस संबंध में संस्था के सदस्य अपने सुझावों से समिति को अवगत करा सकते हैं। क्षय निवारण जनहित से जुड़ा मामला है। सदस्यगण पूरी रूचि से कार्य करके संस्था को आगे बढ़ायें। उन्होंने कहा कि जिला स्तर तक समितियों से समन्वय स्थापित करके क्षय निवारण के लिए आवश्यक कदम उठाए जाए।
श्री नाईक ने कहा कि टी0बी0 रोग के प्रति जनजागरूकता बढ़ाने हेतु एक्शन प्लान बनाकर जनभागीदारी बढ़ायें। टी0बी0 रोग का पूर्णतया इलाज किया जा सकता है। सरकार द्वारा टी0बी0 रोग का निःशुल्क इलाज किया जाता है। टी0बी0 के रोगियों को चिन्हित करके सरकारी योजना की जानकारी दी जाए जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग लाभान्वित हो सकें। इस संबंध में रोगियों एवं परिजनों की भी जानकारी बढ़ायी जाए। स्कूलों एवं कालेजों में टी0बी0 की रोकथाम के लिए बच्चों को जानकारी दी जाए। चिकित्सक टी0बी0 के रोगियों के प्रति संवेदनशीलता दिखाते हुए इलाज की पूरी जानकारी दें।
बैठक में वार्षिक रिपोर्ट अनुमोदित की गई तथा प्रस्तावित बजट पर भी चर्चा हुई। बैठक में एक्शन प्लान समिति के संयोजक के लिए डाॅ0 राजेन्द्र प्रसाद को नामित किया गया है।