बदलाव के साथ कर सकते हैं जीएसटी का समर्थन: राहुल
गुवाहाटी: कांग्रेस उपाध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने आज कहा कि यदि सरकार कांग्रेस द्वारा उठाये गये तीन बिंदुओं का समाधान करती है तो पार्टी संसद में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) विधेयक का समर्थन करने को तैयार है।
असम के दो दिवसीय दौरे के अंतिम दिन राहुल गांधी ने कहा कि जीएसटी के वर्तमान प्रारूप के विरोध का नेशनल हेराल्ड मामले से कोई संबंध नहीं है। कांग्रेस इस मामले को राजनीतिक रूप से प्रेरित बता रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ही जीएसटी विधेयक लायी थी लेकिन इसका उस समय नरेन्द्र मोदी और अरुण जेटली ने जोरदार तरीके से विरोध किया था और इसकी आलोचना की थी।
उन्होंने कहा, हम (कांग्रेस) हमेशा इस विधेयक को आगे बढ़ाते रहे हैं। यह महत्चपूर्ण है कि लालफीताशाही को खत्म किया जाये और वस्तुओं को आगे बढ़ाने की अनुमति दी जाये। उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधेयक के वर्तमान प्रारूप में तीन बिंदुओं पर बदलाव चाहती है।
उन्होंने कहा कि जीएसटी के वर्तमान प्रारूप के अनुसार, सरकार को असीमित कर लगाने के लिए सक्षम बनाने का विरोध किया गया है। उन्होंने कहा, कांग्रेस पार्टी गरीब लोगों का प्रतिनिधित्व करती है। कांग्रेस सरकार को असीमित कर लगाने की शक्ति देने का विरोध करती है और आम लोगों पर भार नहीं डालना चाहती है। राहुल गांधी ने कहा कि यदि सरकार इन बिंदुओं का सामाधान करती है तो कांग्रेस इस विधेयक को पारित कराने को लेकर तैयार है। उन्होंने नेशनल हेराल्ड मामले की वजह से जीएसटी विधेयक को रोके जाने की मीडिया रिपोर्टों की आलोचना की।
उन्होंने कहा, नेशनल हेराल्ड और जीएसटी विधेयक के बीच कोई संबंध नहीं है। यह सभी अलग-अलग मुद्दे हैं। उन्होंने राज्य में मुख्यमंत्री तरुण गोगोई के नेतृत्व में कांग्रेस के लगातार चौथी बार सत्ता में आने को लेकर विश्वास जताया।