यूपी के वनक्षेत्र में 261 वर्ग कि0मी0 इज़ाफ़ा
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के गतिशील, कुशल और ऊर्जावान नेतृत्व में राज्य के वनावरण में 112 वर्ग कि0मी0 एवं वृक्षावरण में 149 वर्ग कि0मी0 क्षेत्रफल की बढ़ोत्तरी हुई है। इस प्रकार कुल वनावरण एवं वृक्षावरण क्षेत्रफल में 261 वर्ग कि0मी0 की बढ़ोत्तरी हुई है। रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश के वनावरण एवं वृक्षारोपण में हुई बढ़ोत्तरी का प्रमुख कारण सफल वृक्षारोपण अभियानों का संचालन एवं लगाए गए पौधों एवं वनों की समुचित सुरक्षा एवं संरक्षण है।
यह जानकारी आज यहां देते हुए राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि यह आंकड़े फाॅरेस्ट सर्वे आॅफ इण्डिया की 2015 की रिपोर्ट पर आधारित हैं। रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश का वर्ष 2013 में वनावरण क्षेत्रफल 14,349 वर्ग कि0मी0 एवं वृ़क्षावरण 6,895 वर्ग कि0मी0 था, जो वर्ष 2015 में बढ़कर क्रमशः 14,461 वर्ग कि0मी0 तथा 7,044 वर्ग कि0मी0 हो गया है। इस प्रकार वृक्षावरण एवं वनावरण का कुल क्षेत्रफल वर्ष 2013 में 21,244 वर्ग कि0मी0 था व वर्ष 2015 में बढ़कर 21,505 वर्ग कि0मी0 हो गया है। एकड़ में यह कुल क्षेत्रफल बढ़ोत्तरी 64,494 एकड़ है।
प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री की पहल और निर्देशों के क्रम में प्रदेश में ‘ग्रीन यूपी-क्लीन यूपी’ कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के तहत प्रदेश के सभी जनपदों में 50 एकड़ से लेकर 1,000 एकड़ तक के क्षेत्रों का चयन करके वृक्षारोपण कराया गया है तथा उनकी देखभाल और सुरक्षा की व्यवस्था भी सुनिश्चित की गई है। वृक्षारोपण कार्यक्रम के तहत 10 फीट से लेकर 15 फीट तक की अच्छी गुणवत्ता के पौधों का रोपण किया जा रहा है, जिससे उनके जीवित रहने की सम्भावना प्रबल हो जाती है। पौधों को ग्रिड बनाकर लगाया गया है। बोरिंग, नहरों तथा अन्य साधनों से उनकी सिंचाई की व्यवस्था की गई है। र्खाइं एवं तारों के माध्यम से घेरा बनाकर वृक्षारोपण क्षेत्र की सुरक्षा की व्यवस्था की गई है। समय-समय पर वन विभाग के अधिकारियों द्वारा वृक्षारोपण क्षेत्र की निरीक्षण करके खराब हो गए पौधों के स्थान पर नये पौधे लगाया जाना भी सुनिश्चित किया जाता है। वृक्षारोपण कार्यक्रम के तहत पारिजात सहित शीशम, नीम, अमलतास, गुलमोहर, जैकरेण्डा, सिरस, कंजी, आम, छितवन, बरगद, पीपल, पाकड़, मौलश्री, कचनार, इमली, बेल, महुआ आदि के पौधों का रोपण किया गया। लखनऊ के कुकरैल क्षेत्र में एक पारिजात उपवन भी विकसित किया जा रहा है।
प्रवक्ता ने बताया कि प्रदेश के 08 जनपदों इटावा, झांसी, मिर्जापुर, सोनभद्र, चित्रकूट, उरई/जालौन, ललितपुर एवं हमीरपुर में 1,000 एकड़ क्षेत्रफल में वृक्षारोपण कराया गया है। प्रदेश के अन्य जनपदों में 50 से 100 एकड़ क्षेत्रफल में वृक्षारोपण कराया गया है। अनेक विशिष्ट व्यक्तियों ने वृक्षारोपण कार्यक्रम में भाग लिया है। इनमें प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, पूर्व रक्षामंत्री एवं सांसद मुलायम सिंह यादव, पूर्व राष्ट्रपति स्व0 डाॅ0 ए0पी0जे0 अब्दुल कलाम, केन्द्रीय पर्यावरण एवं वन राज्य मंत्री प्रकाश जावडे़कर, जल पुरुष के नाम से विख्यात राजेन्द्र सिंह, एवरेस्ट विजेता पर्वतारोही अरुणिमा सिन्हा आदि ने भाग लिया है। इसके अलावा बड़ी संख्या में सेना के जवानों, छात्र-छात्राओं और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी वृक्षारोपण कार्यक्रम में भाग लिया है। प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश की जनता के प्रबल जनसमर्थन सेेे ‘ग्रीन यूपी-क्लीन यूपी’ कार्यक्रम जन आन्दोलन बन गया है।
प्रवक्ता ने बताया कि अभी हाल ही में प्रदेश का नाम एक दिन में सर्वाधिक पौधों के वितरण और रोपण के लिए गिनीज बुक आॅफ वल्र्ड रिकाॅड्र्स में शामिल किया गया है। प्रदेश सरकार द्वारा 7 नवम्बर, 2015 को एक दिन में 10 स्थलों पर 10 लाख 53 हजार 108 पौधों का वितरण और रोपण किया गया था। प्रदेश में ‘ग्रीन यूपी-क्लीन यूपी’ कार्यक्रम के माध्यम से वन क्षेत्रफल के विस्तार, वनों की सुरक्षा और संरक्षण के लिए राज्य सरकार के प्रयासों की सराहना मैग्सेसे पुरस्कार विजेता पर्यावरणविद जल पुरुष श्री राजेन्द्र सिंह द्वारा भी की गई है। अंतर्राष्ट्रीय संस्था वाॅटर रिसोर्स गु्रप द्वारा भी जल संरक्षण के क्षेत्र में प्रदेश सरकार के कार्यों की सराहना की गई है।