मुलायम बने पीएम तो कांग्रेस से गठबंधन के लिए हाँ: अखिलेश
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री की कुर्सी पर मुलायम सिंह यादव और उपप्रधानमंत्री राहुल गांधी – उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एचटी लीडरशिप समिट में एक सवाल का कुछ इस तरह जवाब दिया। वहीं दर्शक दीर्घा में बैठे राहुल गांधी ने मुस्कुराते हुए इस पर किसी तरह की टिप्पणी करने से मना कर दिया।
दरअसल अखिलेश से पूछा गया था कि क्या उनकी समाजवादी पार्टी अगले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस से हाथ मिलाने के बारे में सोच सकती है। इस पर 45 साल के अखिलेश ने जवाब दिया ‘अगर नेता जी को प्रधानमंत्री और राहुल गांधी को उप प्रधानमंत्री बनाया जाए, तो मैं अभी के अभी गठबंधन के लिए हां कहता हूं।’
दर्शकों ने तालियों के साथ उत्तरप्रदेश के इस मुख्यमंत्री के जवाब का अभिवादन किया। गौरतलब है कि इससे ठीक थोड़ी देर पहले भारत के सबसे युवा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी को अपना पुराना दोस्त बताया था। उन्होंने राहुल के लिए कहा ‘वह यहां मौजूद हैं, आप उनसे पूछ सकते हैं। वह मेरे पुराने मित्र हैं।’ इस पर राहुल गांधी ने किसी तरह की प्रतिक्रिया देने से मना कर दिया।
समिट में अपनी बात रखते हुए उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री ने दादरी हत्याकांड पर कहा कि ‘मैंने कभी नहीं कहा था कि इस मामले को संयुक्त राष्ट्र में लेकर जाएंगे। लोग इसे बहुत बड़ा मुद्दा बनाना चाहते थे लेकिन पुलिस ने अपना काम वक्त पर किया और पीड़ितों को अस्पताल पहुंचाया।’ सांप्रदायिक मतभेद पर यादव ने कहा कि ऐसी लड़ाई से समाजवादियों को कभी कोई फायदा नहीं हुआ है। सांप्रदायिक होना आसान है, धर्मनिरपेक्ष होना मुश्किल।
यही नहीं पिता मुलायम सिंह यादव की शिकायतों को वैचारिक मतभेद बताते हुए अखिलेश ने कहा ‘मां-बाप से कौन डांट नहीं खाता। अपने पिता की शिकायतों से किसी को बुरा नहीं लगना चाहिए। हमारे बीच अधिकारों की लड़ाई नहीं है।’ अखिलेश ने विवादों के बारे में कहा कि उनकी सरकार के बारे में हमेशा गलत ही दिखाया जाता रहा है। अपनी बात पूरी करते हुए उन्होंने कहा ‘नेता जी के जन्मदिन पर कोई विवाद नहीं होना चाहिए। कुछ लोग बंद दरवाज़ों में जन्मदिन मनाते हैं, हम खुलेआम मनाते हैं। हमने नेताजी के जन्मदिन पर सरकार का पैसा खर्च नहीं किया है।’
‘कहां चले गए अच्छे दिन’ कहते हुए अखिलेश ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से राज्य के लिए और फंड की मांग करते हुए चिट्ठी में लिखा था कि ‘पीएम बनने के लिए आप यूपी आए थे, आपको तो मदद करनी पड़ेगी।’