पंचायत चुनाव में सपाइयों की दबंगई: बीजेपी
लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने राज्य में हो रहे पंचायत चुनाव में सत्तारूढ़ दल से जुड़े लोगों द्वारा की गयी अराजकता, मनमानी और फर्जी मतदान को सत्ता प्रायोजित दंबगई बताया। पार्टी प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि सत्ता से जुड़े माननीय अपने परिजनों की विजय के लिए फर्जी मतदान कराते है, रसूखदार मार-पीट, आगजनी करने में संकोच नहीं कर रहे है। प्रशासनिक मशीनरी का आलम है कि पैरामिलिट्री फोर्स का बेहतर इस्तेमाल नहीं कर पा रही है। जबकि राज्य सरकार की मांग पर केन्द्र की राजग सरकार ने समय पर मांगी गई फोर्स राज्य को उपलब्ध करवा दी थी।
सोमवार को पार्टी के राज्य मुख्यालय पर राज्य में हो रहे पंचायती चुनाव में हुई हिंसा को दुर्भाग्यजनक करार देते हुए प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि एक बार फिर सरकार की भ्रमित मनःस्थिति के कारण पंचायत चुनाव में हिंसा का बोलबाला है। पैरामिलिट्री फोर्से पुलिस लाइन में आदेशो का इंतजार करती रही पर सुव्यवस्थित योजना न होने के कारण इन्हें गांव तक में लगाया नहीं जा सका। आखिर जब सुरक्षा बल मौजूद है तो शांतिपूर्ण चुनाव के लिए उसे सही तरीके से डिप्लायमेंट कौन करेगा ? फिर जहां-जहां ये शिकायते मिली है उन पर कार्यवाही भी हो और आगे के चरणों में होने वाले चुनाव में ध्यान रखा जाये।
उन्होंने कहा वैसे तो राज्य में हुए प्रथम चरण के चुनाव में सपाई रसूखदारों ने प्रशासनिक मशीनरी को अर्दब में लेते हुए जगह-जगह अपनी चलाने का प्रयास किया। कई जगहों पर ग्रामीणों के जनाक्रोश का भी सामना करना पड़ा। किन्तु जिस तरह अम्बेडकरनगर के समाजवादी पार्टी के एक रसूखदार विधायक परिजन को जिताने के लिए हो रहे फर्जी मतदान का खुलासा हुआ वह प्रकट करता है कि राज्य में सत्ता से जुड़े माननीय अपने परिजनों के जीत के लिए किस-किस तरह के हथकड़े अपनाने में जुटे है। वैसे भी तोताराम प्रकरण राज्य की जनता को स्मरण है जब आयोग के अध्यक्ष तोताराम खुद चुनाव में प्रत्याशी थे और सरकारी सुरक्षा के साथ वे मतदान केन्द्र पर अपने ही बैलेट पेपर पर मोहर लगाते हुए देखे गये, बड़ा शोर हुआ, कर्मचारियों पर कार्यवाही भी हुई पर तोताराम पर सपाई नेतृत्व मेहरबान भी रहा।
श्री पाठक ने लखनऊ के मडि़याव क्षेत्र में चुनावी रंजिस के बाद समाचार पत्रों में छपी खबरों का जिक्र करते हुए कहा कि आखिर पुलिस दंबगों की पिटाई से घायलों की मदद करती हुई नजर क्यों नहीं आयी ? कानून का पालन करने वाली पुलिस सत्ता के दबाव में बिचैलियों की भुमिका में नजर आने लगती है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि आगे के चरणों में शांतिपूर्वक मतदान हो, प्रशासनिक मशीनरी बगैर किसी भेदभाव के निष्पक्ष रूप से काम करती हुई नजर आये, ये सुनिश्चित किया जाये।