नागपुर में विकटों की पतझड़ जारी, दो दिन में 32 विकेट
नागपुर: भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच फ्रीडम सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच नागपुर में खेला जा रहा है। 310 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए दक्षिण अफ्रीका ने दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक 2 विकेट पर 32 रन बना लिए। ओपनर डीन एल्गर और हाशिम अमला नाबाद रहे। इससे पहले टीम इंडिया अपनी दूसरी पारी में 173 रन पर ऑलआउट हो गई।
दूसरी पारी में टीम इंडिया को पहली सफलता आर अश्विन ने दिलाई। वहीं दक्षिण अफ्रीका की ओर से लेग स्पिनर इमरान ताहिर ने 5 और तेज गेंदबाज मॉर्ने मॉर्कल ने 3 विकेट लिए, जबकि साइमन हार्मर और डेपी डुमिनी को एक-एक विकेट मिला।
यदि दूसरे दिन के खेल पर नजर डाली जाए, तो दिनभर में कुल 20 विकेट गिरे, वहीं कुल 273 रन बने। इससे पहले साल 2004 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मुंबई टेस्ट में एक दिन में 20 विकेट गिरे थे। यह भारत में एक दिन में सबसे अधिक विकेट गिरने का रिकॉर्ड है।
नागपुर टेस्ट के पहले दो दिन में कुल 32 विकेट गिरे। ऐसा क्रिकेट इतिहास में दूसरी बार हुआ है। इससे पहले 1912 में एक टेस्ट में पहले दो दिन में 32 विकेट गिरे थे।
दक्षिण अफ्रीका के बाद टीम इंडिया के बल्लेबाज भी स्पिन विकेट पर संघर्ष करते नजर आए। पहली पारी की तरह ही ‘तू चल मैं आया’ तर्ज पर एक के बाद एक विकेट गिरते गए। चेतेश्वर पुजारा (31) और शिखर धवन (39) के अलावा कोई भी बल्लेबाज नहीं टिका। रोहित शर्मा (23), विराट कोहली (16), अजिंक्य रहाणे (9), रिद्धिमान साहा (7) और रवींद्र जडेजा (5) का निजी स्कोर देखकर आप सहज ही अंदाजा लगा सकते हैं कि हमारी बल्लेबाजी का स्तर कैसा रहा। वो तो भला हो, दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों और उनके स्पिनरों का जो हमसे भी खराब खेल रहे हैं, अन्यथा स्थिति कुछ और होती।
टीम इंडिया के पहली पारी के 215 रनों के जवाब में दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज घूमती गेंदों के आगे असहाय नजर आए और समर्पण कर बैठे। उनकी पूरी टीम दूसरे दिन महज 79 रन पर ऑलआउट हो गई। इस प्रकार इंडिया को पहली पारी में 136 रन की बढ़त हासिल हुई।
79 रन दक्षिण अफ्रीकी टीम का भारत के खिलाफ अब तक का सबसे कम स्कोर है। इससे पहले साल 2006 में दक्षिण अफ्रीका की टीम अपने ही देश में खेले गए जोहानिसबर्ग टेस्ट में 84 रन पर ढेर हो गई थी, वहीं भारतीय धरती पर यह किसी भी विदेशी टीम का सबसे कम स्कोर भी है।
नागपुर टेस्ट के दूसरे दिन दक्षिण अफ्रीकी टीम ने 12 रन पर ही 5 विकेट खो दिए थे। सूखी और धूलभरी पिच पर भारतीय फिरकी गेंदबाजों के सामने दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज नाचते हुए नजर आए। हालांकि जेपी डुमिनी (35) जरूर कुछ संघर्ष करते हुए दिखे, लेकिन वे भी स्पिन गेंदों के सामने पूरी क्रीज पर नाचते रहे और अंत में विकेट गंवा बैठे। दक्षिण अफ्रीका के 8 बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सके। डुमिनी टॉप स्कोरर रहे।
दूसरे दिन की शुरुआत में ही आर अश्विन ने अपने पहले दो ओवर में डीन एल्गर (7) और हाशिम अमला (1) को आउट करके दक्षिण अफ्रीका को जोरदार झटके दिए। इसके बाद रवींद्र जडेजा ने खतरनाक माने जाने वाले एबी डिविलियर्स को शून्य के स्कोर पर अपनी ही गेंद पर कैच करके पैवेलियन भेज दिया। इसके बाद जडेजा ने फॉफ डु प्लेसिस और डेन विलास को भी चलता कर दिया। अश्विन ने 16.1 ओवर में 32 रन देकर 5 विकेट हासिल किए, जिसमें 6 मेडन रहे। जडेजा ने 12 ओवर फेंके, जिनमें 33 रन देकर 4 विकेट झटके। लेगी अमित मिश्रा को एक विकेट मिला।