सिर्फ पीएमओ से देश नहीं चलाया जा सकता: राहुल
बेंगलूरु। कांग्रेस उपाण्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को बेंगलूरु के माउंट कारमेल कॉलेज के दूसरे और तीसरे वर्ष के करीब 1500 छात्र-छात्राओं से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने उनके सवालों के जवाब भी दिए। राहुल देशभर में कई कॉलेज और विश्वविद्यालयों के छात्र-छात्राओं से मुलाकात करेंगे।
बातचीत करते वक्त उन्होंने कहा, सूट-बूट विफल हो रहा है। नौकरियां नहीं मिल रही हैं। देश आगे बढऩे की बजाए वहीं खड़ा है। कांग्रेस देश में सभी को बोलने का मौका देती है, भले ही हम उस व्यक्ति से सहमत नहीं हों।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस में किसी को भी फोन करके बात नहीं की है। लोकतंत्र का मतलब है बातचीत करना। आज की केंद्र सरकार को लेकर मैं यह कह सकता हूं कि एक व्यक्त सारे निर्णय ले रहा है। प्रधानमंत्री का मानना है कि देश को सिर्फ प्रधानमंत्री कार्यालय से ही चलाया जा सकता है। एक आदमी भारत को नहीं बदल सकता। देश को बदलने के लिए सभी के सहयोग की जरूरत है। कुछ दिनों पहले दुनिया के 15 निवेशकों ने मुझसे मुलाकात की थी। मैंने उनसे पूछा की क्या वे पीएम मोदी से खुश हैं तो उनका जवाब था नहीं।
सरकार को यह मानना होगा की कांग्रेस के पास 20 प्रतिशत राष्ट्रीय मत हैं। हम चाहेंगे की कर पर एक सीमा तय हो। मैं अक्सर स्वच्छ भारत के बारे में सुनता रहता हूं। क्या इसको लेकर हम गंभीर हैं। क्या देश में सफाई हो रही है। मुझे तो नहीं दिखाई दे रही।
सरकार शिक्षा और स्वास्थ्य के बजट में कटौती कर रही है, जबकि नौकरियां देने के वादे को पूरा नहीं किया जा रहा है। किसी से नफरत करना आसान है, लेकिन किसी से प्यार करना ज्यादा ताकतवर होता है। इसके लिए और वार्ता की जरूरत है।
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि बेंगलूरु में अगर कोई युवती पब जाती है तो उसकी पिटाई इसलिए कर दी जाती है क्योंकि वह पब चली गई थी। देश की सबसे बड़ी समस्या यह है कि महिलाओं को वो जगह नहीं मिली है जो उन्हें मिलनी चाहिए। उन्हें प्रताडि़त किया जाता है।