टीपू सुल्तान की शख्सियत पर अबतक उंगली क्यों नहीं उठाई: गायत्री प्रजापति
टीपू सुलतान पर ऊँगली उठाने वाले अपने गिरेहबान में झांकें: अनीस मंसूरी
लखनऊ। पसमांदा मुस्लिम समाज के तत्वाधान में शेर-ए-मैसूर, प्रथम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी टीपू सुल्तान के जन्म दिवस पर सेमिनार आयोजित किया गया।
इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रजापति ने टीपू सुलतान को भारत की जंगे आज़ादी के महानायक बताते हुए कहा कि टीपू सुल्तान की शख्सियत को लेकर जो हुआ है उसके पीछे बिहार की हार है। उन्होनें कहा कि टीपू सुल्तान की शहादत के बाद से अब तक कभी किसी ने उनकी शख्सियत पर उंगली नही उठायी। उन्होंने कहा कि टीपू सुल्तान ने अंग्रेज़ों को कई युद्धों में परास्त किया। गायत्री प्रसाद प्रजापित ने कहा कि टीपू सुल्तान ने अपने शासन काल में समाज के निर्दल तबके तक के लोगों का ख्याल रखा उन्होने उद्योग, वाणिज्य, कृषि और सामाजिक व सांस्कृतिक क्षेत्रों में प्रोत्साहन दिया। कार्यक्रम का आयोजन पसमांदा मुस्लिम समाज ने किया था।
श्री प्रजापति ने कहा कि पसमांदा मुस्लिम समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनीस मंसूरी जी ने टीपू सुल्तान के सम्बंध में जो मांगे उठायी है, वह उचित है। इन मांगों को पार्टी मुख्यमंत्री अखिलेश यादव तक पहॅचा दी जायेगी। उन्होंने स्वयं यह मांग की कि शहीद टीपू सुल्तान डे मनाया जाना चाहिए।
राज्यमंत्री व पसमांदा मुस्लिम समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनीस मंसूरी ने कहा कि प्रदेश के मुस्लिमों में गहरी पैठ रखने वाले सामाजिक संगठन पसमांदा मुस्लिम समाज अपने पूर्वज मैसूर के सुल्तान टीपू सुल्तान के विरूद्ध संघ द्वारा चलाये जा रहे छवि बिगाड़ों अभियान के विरोध में आक्रामक हो गया है। अनीस मंसूरी ने टीपू सुल्तान महान देशभक्त क्रान्तिकारी बताते हुये संघ के नेताओं को अपने गिरेबान में झांकने की हिदायत दे डाली। अंग्रेजों के खिलाफ सबसे बहादुराना लड़ाई लड़ने वाले शख़्स पर सवाल उठा रहे हैं। टीपू ने ऐसे किसी भी शासक को नहीं बख़्शा जो अंग्रेजों का साथ दे रहे थे। संयोग से उनमें कुछ हिंदू शासक भी थे। यह हिदू बनाम मुसलमान का मामला है ही नहीं। जनता ने टीपू को सही माना। तभी तो लोग अपने बच्चों का नाम टीपू रखते हैं। पूरे भारत के इतिहास में एक मात्र हैदर अली और टीपू सुलतान का परिवार ऐसा परिवार है जिसने कभी किसी भारतीय राजा के खिलाफ युद्ध में अंग्रेज़ो का साथ नहीं दिया।
टीपू सुल्तान के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुये अनीस मंसूरी ने कहा कि टीपू सुल्तान के नाम से अंग्रेज़ थर-थर कांपते थे, उनकी शहादत के बाद भी अंग्रेज़ उनके पास जाने की हिम्मत नही जुटा पाया था, टीपू सुल्तान ने मैसूर रियासत में षासन चलाया और भूमि सुधार, सड़क सुधार जैसे नायाब व्यवस्थायें की।
अनीस मंसूरी को टीपू सुल्तान से पहले आर. एस. एस. को अपनी कुण्डली खंगालनी चाहिये जो गद्दारी के इतिहास से भरी पड़ी है। उन्होंने टीपू सुल्तान जयंती पर राजकीय अवकाश घोषित करने की मांग भी की। जावेद मंसूरी, शहरयार जलालपुरी एवं अन्य वक्ताओं ने भी अपनी बात रखी।
इससे पूर्व कार्यक्रम का उद्घाटनअज़ीज़ अहमद मंसूरी, निदेशक बाॅम्बे मर्केन्टाइल बैंक ने किया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि स्वतंत्र मिश्र, कार्यकारी सम्पादक समाचार प्लस, हेमन्त तिवारी अध्यक्ष उ0प्र0 मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति, वसीम राईनी, प्रदेश अध्यक्ष, पसमांदा मुस्लिम समाज और मनीष अग्रवाल , प्रदेश अध्यक्ष राष्ट्रीय उद्योग व्यापार संगठन, उ0प्र0 थें।