ISIS के हमलों से थर्राया पेरिस, भारी संख्या में मौतें
फ्रांस में इमर्जेंसी घोषित, तीन आतंकी मारे गए, एक गिरफ्तार
पेरिस: फ़्रांस की राजधानी पेरिस में जबरदस्त सीरियल आतंकी हमले हुए हैं। इसमें 120 लोगों की मौत की खबर आ रही है। इस आंकड़े के ओर बढ़ने के आसार हैं। बीबीसी के मुताबिक, कम से कम 7 जगहों पर हमले हुए हैं। असोसिएटेड प्रेस के मुताबिक, हमले में शामिल सभी आतंकवादी मारे जा चुके हैं। इस हमले में एक शख्स गिरफ्तार किया गया है जिसने कहा है कि ये धमाके ISIS के मिशन के तहत किए गए हैं। आंतकवादियों ने बैटाकलां कंसर्ट हॉल और नेशनल स्टेडियम को निशाना बनाया। कंसर्ट हॉल में 118 लोगों को बंधक बनाया गया था।
दूसरे विश्वयुद्ध के बाद से फ्रांस में हुई यह अब तक की सबसे घातक हिंसात्मक घटना है। मारे गए लोगों में कोई भी भारतीय शामिल नहीं है। फ्रांस में भारत के दूतावास के नंबर यह हैं – 0140507070 और 0033140507070 । आप अपनों की खैर-खबर के लिए इस नबंर पर कॉल कर सकते हैं।
स्थानीय खबरों के मुताबिक, 100 से अधिक लोग बैटाकलां कंसर्ट हॉल जोकि सेंट्रल पेरिस के कंसर्ट हॉल में मारे गए। यह हॉल शार्ली हेब्दो के पूर्व ऑफिसेस से महज 200 मीटर की दूरी पर स्थित है। याद दिला दें कि शार्ली हेब्दो के इन ऑफिसेस पर जनवरी में जिहादियों ने हमला किया था।
चश्मदीदों का कहना है कि 2 से 3 लोग अंदर आए और उन्होंने बम के गोले फेंकने शुरु कर दिए। हालांकि कुछ लोगों को एक-एक करके गोली भी मारी गई।
इस हॉल में एक अमेरिकी रॉक बैंड को प्रस्तुति देनी थी। कई लोगों को यहां बंदी बना लिया गया और हमलावरों ने इन बंधकों की ओर विस्फोटक उछाल दिए। इमारत पर धावा बोलकर पुलिस ने तीन हमलावरों को मार गिराया।
नेशनल स्टेडियम के बाहर तीन आत्मघाती हमले हुए और जिस दौरान ये हमले हुए उस दौरान फ़्रांसीसी राष्ट्रपति भी स्टेडियम के अंदर मौजूद थे। नेशनल स्टेडियम के ही पास के इलाकों में 40 लोगों के मारे जाने की खबर है। इस स्टेडियम में हमले के वक्त फ्रांस और जर्मनी के बीच फुटबॉल मैच हो रहा था।
अलायंस पुलिस नेशनल के अधिकारी ग्रेगरी गौपिल ने कहा कि दो प्रवेश द्वारों और मैक्डॉनल्ड्स के निकट एक साथ विस्फोट हुए। स्टेडियम ग्रेगरी के इलाके में आता है। स्टेडियम में कल रात मौजूद असोसिएटेड प्रेस के एक रिपोर्टर ने दो विस्फोटों की आवाज सुनी। यह आवाज इतनी जोरदार थी कि वहां टीमों की हौसलाअफजाई कर रहे दर्शकों के भारी शोरगुल बावजूद भी यह कानों को भेद गई।
हालांकि सुरक्षा बलों की ओर से राष्ट्रपति को सुरक्षित निकाल लिया गया। इन हमलों के बाद देश में आपातकाल लगा दिया गया है और फ़्रांस की सीमा को सील कर दिया गया है। साथ ही लोगों को घरों से ना निकलने की भी हिदायत दी गई है। दूसरे विश्वयुद्ध के बाद यह पहली बार है कि फ्रांस में आपातकाल घोषित किया है।
इन हमलों में एक शख्स को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसने कहा है कि ये बम धमाके ISIS का मिशन हैं और वह सीरिया से है। इस शख्स के साथ दो और लोग थे। वह यहां भर्ती होने के लिए आया था।
हालांकि अभी यह तस्वीर भी साफ नहीं है कि इन हमलों में कुल कितने हमलावर शामिल थे और क्या कोई हमलावर भाग भी गया है? जिहादियों ने ट्विटर पर हमले की तत्काल सराहना की और इस्लामिक स्टेट के चरमपंथियों के खिलाफ फ्रांस के सैन्य अभियानों की आलोचना की।
राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांदने कहा है कि फ्रांस आतंकवाद के खिलाफ दृढ़ता के साथ खड़ा रहेगा। ओलांद ने अपना तुर्की का दौरा रद्द कर दिया है। वह वहां जी-20 समिट में भाग लेने जाने वाले थे। ओलांद ने कहा, ‘यह एक कड़ी परीक्षा है, जिसने एक बार फिर हम पर हमला बोला है।’ उन्होंने कहा, ‘हम जानते हैं कि यह किसने किया है, अपराधी कौन हैं और ये आतंकी कौनहैं?’