लंदन से टीपू की राम लिखी अंगूठी ज़रूर लेकर लौटेंगे मोदी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री आजम खां ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसा है। कैबिनेट मंत्री आजम खां ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में जरा भी स्वाभिमान है तो उन्हें लंदन से कोहिनूर हीरा लेकर ही लौटना चाहिए।
सपा के फायर ब्रांड नेता आजम खां ने कहा कि मोदी लंदन गए हुए हैं। हम समझते हैं वह टीपू सुल्तान की उस अंगूठी को वापस लेकर ही आएंगे, जिस पर राम लिखा है। वह अंगूठी आरएसएस और भाजपा नेताओं को भी दिखाएंगे। हमारा मानना है कि उन्हें ताज तो नहीं मिलेगा, मगर कोहिनूर जरूर लेकर आएंगे। आजम खां ने कहा कि टीपू सुल्तान ने अंग्रेजों से जंग लड़ी थी। देश में अंग्रेजों को आने से रोकने के लिए टीपू सुल्तान ने बहुत कुर्बानी दी थीं। विशाखापट्नम की लड़ाई में उनकी मौत हुई थी, जिसे लोग शहादत मानते हैं। मरते-मरते भी टीपू सुल्तान ने उस जनरल को मार दिया था, जिसने टीपू सुल्तान को मारा था। टीपू सुल्तान के हाथ से अंगूठी उतार ली गई थी, जो आज भी लंदन के म्यूजियम में रखी है, इसलिए हमारे प्रधानमंत्री को वह अंगूठी लेकर आना चाहिए। गौरतलब है कि कर्नाटक में टीपू सुल्तान की जयंती मनाए जाने का आरएसएस व विश्व हिंदू परिषद के लोगों ने विरोध किया, बंद के ऐलान बीच व्यापक हिंसा हुई, जिसमें एक शख्स की जान गई। आजम का इशारा उसी सांप्रदायिक घटना की ओर है।
आजम खां ने कांग्रेस व बसपा को भाजपा का एजेंट बताया है। सपा के फायर ब्रांड नेता आजम खां ने बिहार में भारतीय जनता पार्टी की हार को देश हित में बताया है। आजम ने कहा कि यह दोनों पार्टियां अक्सर ही देश व प्रदेश को किसी सामाजिक एजेंडे से भटकाने का काम करती है। यह परोक्ष रूप से भाजपा की मदद है। उन्होंने कहा कि अपना वजूद खो चुकी कांग्रेस व बसपा लोगों को गुमराह कर भाजपा की मदद करतीं हैं। आजम खां ने कहा है कि बिहार में भाजपा की हार उसके नेताओं के सांप्रदायिक बयानों के कारण हुई है। अब ङ्क्षहदू व मुस्लिम भाजपा की आपस में लड़ाने वाली राजनीति को समझ गए हैं। आजम ने ललवारा गांव में एक सभा में कहा कि बिहार चुनाव में बदलाव मुस्लिम नहीं बल्कि ङ्क्षहदू लाए हैं।हिन्दू भी भाजपा की आपस में दंगे कराने की राजनीति को समझ गए हैं। बिहार के हिन्दुओं ने भाजपा को हराकर साबित कर दिया है कि वे अमन चाहते हैं। असम, पंजाब और बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव में भी लोग भाजपा को जवाब देने का इंतजार कर रहे हैं। भाजपा का एजेंडा है कि जो लोग पार्टी में शामिल हैं वही लोग हिन्दू हैं, तो क्या नितीश कुमार और लालू यादव हिन्दू नहीं हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में भाजपा की हार हुई है, तब से देश में थोड़ी शांति आई है, कितना अच्छा माहौल है। इस कदर सुकून है कि कहीं गुंडागर्दी सुनने को नहीं मिल रही है। अगर बिहार में भाजपा की सरकार बनी होती तो देशभर में अभी हंगामा हो रहा होता। बिहार के लोगों ने समूचे देश को राहत दी है।
एफडीआई के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह अडाणी जैसे उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए है। इसकी कीमत पूरा देश भुगत रहा है आजम ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने देश से जो वादे किए थे, वे कहां हैं। महंगाई पहले से कहीं ज्यादा है। पीएम ने हर व्यक्ति को सौ दिन के भीतर 20 लाख रुपये देने का वादा किया था। दो करोड़ युवकों को नौकरी देने का वादा किया था। 24 घंटे बिजली का वादा भी किया था। इन वादों का क्या हुआ। प्रधानमंत्री के कश्मीर में फौजियों के साथ दिवाली मनाने पर आजम खां ने कहा कि यह कोई बड़ी बात नहीं है. प्रधानमंत्री को बिहार के उन सभी लोगों के साथ दिवाली मनानी चाहिए थी, जिन्होंने भाजपा को वोट नहीं दिया। उन लोगों की नाराजगी क्यों है, उन्हें पूछना चाहिए था।