लखनऊ: दीपावली के एक दिन बाद कल लखनऊ में ऐशबाग के मोतीझील में पटाखों की चिंगारी से गरीबों के 376 आशियाने खाक हो गये। इनकी त्योहार की खुशियां मातम में बदल गई। आग की उठती लपटें गरीबों की झोपड़ी तक पहुंच गई। आग लगने से कई घरेलू सिलेंडर दग गए। पूरे इलाके में दहशत पैदा हो गई आग इतनी भयंकर थी कि दमकल की एक दर्जन गाडिय़ां देर रात तक आग पर काबू नहीं पा सकीं।

गोवर्धन पृजा के बाद शाम को ऐशबाग के मोतीझील के एक झोपड़ी में पटाखे सेआग लग गई। देखते ही देखते इसने विकराल रूप ले लिया और बांग्लादेशियों की बस्ती तक जा पहुंची। यहां रहने वाले सैकड़ों लोग अपना सामान छोड़ घर से भाग निकले। लपटें इतनी भयंकर थी कि तेजी से झोपियों को निगलना शुरू कर दिया। इस बीच कई झोपड़ी में रखे घरेलू सिलंडर आग से दगने लगे। सूचना के करीब एक घंटे बाद दमकल मौके पर पहुंची, पर तब तक आग ने पूरा इलाका अपनी चपेट में ले लिया था। एसपी पश्चिम अजय कुमार सहित कई आलाधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। दमकल की सात गाडिय़ां देर रात तक आग पर काबू नहीं पा सकीं। 

झोपडिय़ोंमें रहने वाले लोगों ने बस्ती में जानबूझ कर आग लगाने का आरोप लगाया। मुहम्मद अली व मुहम्मद उस्मान सहित कई लोगों ने कहा कि कि इस जमीन पर दबंग लोगों की नजर है। दो दिन पहले बस्ती में आकर जगह खाली करने की धमकी दे रहे थे। उन्हीं ने आग लगवाई है। उन्होंने बताया कि इस संपत्ति पर कई साल से मुकदमा चल रहा है। हम लोग 50 वर्ष से यहां रह रहे हैं। राशन कार्ड व पहचान-पत्र सब बना है। इसके बाद भी बिल्लौपुरा के कुछ दबंग लोग जमीन खाली कराने के लिए धमका रहे हैं।