मोदी-शाह के खिलाफ बोलने वालों पर कार्रवाई चाहते हैं गडकरी
नई दिल्ली: पूर्व बीजेपी अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बीजेपी के बुज़ुर्ग नेताओं को जवाब देते हुए पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को सुझाव दिया है कि अगर पार्टी का कोई नेता भविष्य में विवादित बयान देता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। गडकरी ने यह भी कहा कि बिहार में हुई हार किसी एक नेता की नहीं, बल्कि पार्टी की हार है। हार के लिए सिर्फ अमित शाह और पीएम को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता।
इससे पहले गडकरी के अलावा दो और पूर्व अध्यक्ष वेंकैया और राजनाथ सिंह ने एक बयान जारी कर कहा था कि हार की साझा जिम्मेदारी लेने की परंपरा अटल बिहारी वाजपेयी और लाककृष्ण आडवाणी के समय से है।
गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनावों में करारी हार के बाद मंगलवार को बीजेपी की अंदरूनी कलह खुलकर सामने आ गई, जब बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं – लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, यशवंत सिन्हा और शांता कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व के खिलाफ असंतोष का बिगुल बजाते हुए कहा कि पिछले एक साल में पार्टी शक्तिहीन हुई है और उसे कुछ मुट्ठी भर लोगों के अनुसार चलने पर मजबूर किया जा रहा है।
बीजेपी में निर्विवाद नेता के तौर पर उभरने और मई में सरकार बनने के बाद से पीएम नरेंद्र मोदी को पहले बड़े असंतोष का सामना करना पड़ रहा है, जिसमें इन दिग्गजों ने संक्षिप्त, लेकिन कड़े शब्दों में एक बयान जारी कर बिहार की हार की संपूर्ण समीक्षा की मांग उठाई। बयान में कहा गया कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिली हार से कोई सबक नहीं सीखा गया।
वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि हार के लिए सबको जिम्मेदार बताना खुद को बचाना है। इन नेताओं ने कहा कि हार की वजहों की पूरी समीक्षा हो और इस पर विस्तार से चर्चा होनी चाहिए। यह दिखाता है कि जो लोग जीतने पर अपनी वाहवाही कर रहे होते, वो करारी हार मिलने पर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं। बीजेपी के इन वरिष्ठ नेताओं के मुताबिक बिहार में हार की मुख्य वजह पिछले एक साल में पार्टी का प्रभाव घटना है। उन्होंने कहा कि हार के कारणों की विस्तार से चर्चा की जानी चाहिए।
मंगलवार को बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष मुरली मनोहर जोशी के आवास से बयान जारी किए जाने से पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण शौरी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व विचारक और पूर्व बीजेपी नेता गोविंदाचार्य ने जोशी के साथ बंद कमरे में गुफ्तगूं की।