यतीमों के बीच मनाएं दीवाली: शिवपाल यादव
सपा ने किया पुराने समाजवादियों को सम्मानित
लखनऊ: वरिष्ठ समाजवादी नेता व सपा के प्रमुख प्रवक्ता शिवपाल सिंह यादव ने वरिष्ठ लोहियावादी, विद्वान एवं सामाजिक सद्भाव के अग्रदूत 85 वर्षीय मोहम्मद सगीर अहमद को 7, कालीदास आवास परिसर स्थित सभागार में सम्मानित करते हुए कहा कि 21वीं सदी में समावेशी विकास सिर्फ समाजवाद से ही संभव है। समाजवाद एक वैश्विक विचारधारा है जो जितनी सैद्धांतिक है, उतनी ही व्यवहारिक भी। यदि भारत के प्रधानमंत्री गरीब परवर समाजवादी आर्थिक नीतियों को ठीक से लागू किये होते तो भारत प्रत्येक व्यक्ति कजऱ् चालीस हजार रुपये से अधिक न होता। भारत के कुल बजट का 23 फीसदी से अधिक सिर्फ ब्याज चुकाने में जा रहा है। इस सदी में भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश की जनता का चाहती है कि तीनों देशों का एक महासंघ बने और दक्षिण एशिया में सुख-समृद्धि की बयार बहे। श्री यादव ने दीवाली की शुभकामना देते हुए अपील की कि अपने घर के साथ-साथ पड़ोस में भी दिए जलाना वास्तविक दीवाली होगी। उन्होंने सभी विशेषकर समाजवादियों से यतीमों, कमज़ोर और वंचित वर्ग के बच्चों के साथ रोशनी और खुशी का त्योहार मनाने का आग्रह किया। आचार्य नरेन्द्र देव के शिष्य व लोहिया के अनुयायी मोहम्मद सगीर ने सेकुलर और सोशलिस्ट कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने के लिए समाजवादी पार्टी की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि आज सांप्रदायिकता और विखण्डनकारी ताकतों से सिर्फ समाजवादी सोच के लोग ही लड़ सकते हैं और लड़ रहे हैं। शिवपाल ने वरिष्ठ समाजवादी नेता राजनाथ शर्मा को भी सम्मानित किया। कार्यक्रम के अंत में भारत, पाक और बांग्लादेश महासंघ बनाओ अभियान के पक्ष में जनमत बनाने के लिए एक रथ यात्रा निकालने और यतीमों के बीच दिवाली मनाने का निर्णय लिया गया।