“सू की“ को शिवपाल का समर्थन
एशिया में बढ़ेगी समाजवादियों की ताकत: शिवपाल सिंह यादव
लखनऊ: वरिष्ठ समाजवादी नेता शिवपाल सिंह यादव ने लखनऊ स्थित अपने सरकारी आवास पर म्यांमार की समाजवादी नेता आंग सान सू की का समर्थन करते हुए कहा कि म्यांमार चुनाव में आंग सान सू की और उनकी पार्टी नेशनल लीग फाॅर डेमोक्रेसी भारी बहुमत से जीतेगी। बर्मा में रह रहे सोशलिस्ट काउंसिल के कार्यकर्ताओं समेत सभी सेकुलर और समाजवाद तथा लोकतंत्र में आस्था रखने वाले लोगों को उन्हें व्यापक समर्थन मिल रहा है। उन्होंने बताया कि भारत और भारतीय समाजवादियों से सू की का पुराना संबंध है। उनकी पार्टी की जीत से न केवल भारत से म्यांमार का संबंध मजबूत होगा अपितु एशिया में समाजवादी विचारधारा और पक्ष को बहुआयामी बल मिलेगा। श्री यादव ने बताया कि आंग सान सू की ने समाजवाद के प्रचार प्रसार के लिए भारत, नेपाल, भूटान और श्रीलंका समेत कई देशों की कई बार यात्राएं की हैं, यही कारण है कि उनकी पार्टी को अन्य देशों के भी नेताओं का व्यापक समर्थन मिल रहा है। आंग सान सू की वैश्विक समाजवादी आन्दोलन की अनमोल मोती हैं। इण्टरनेशनल सोशलिस्ट काउंसिल के सचिव दीपक मिश्र ने कहा कि सोशलिस्ट इण्टरनेशनल की अध्यक्ष नोबेल सम्मान प्राप्त सू की के पिता आंग सान ने भारत के महान समाजवादी चिंतक डा० राममनोहर लोहिया के साथ मिलकर एशियाई समाजवादी परिषद का गठन किया था, भारत और म्यांमार दोनों की बेहतरी के लिए सू की का जीतना जरूरी है। 21वीं सदी में सैनिक राज का होना दुःखद और दुर्भाग्यपूर्ण है। वैश्वीकरण के इस दौर में मानवीय संवेदनाओं और सियासत को देशी सीमाओं में बांधा नहीं जा सकता। भारत के समाजवादी दुनियाभर में चल रही घटनाओं से अपने को काटकर नहीं रख सकते। म्यांमार में भारत वंशियों की पहली पसंद आंग सान सू की है। राष्ट्रपति चुनाव के बाद यांगून में एशियाई सोशलिस्ट काअंसिल का सम्मेलन होगा। श्रीलंका में श्रीसेना के बाद भारत के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव में समाजवादियों की जीत से स्पष्ट है कि एशिया की जनता कट्टरता की बजाय सेकुलर और सोशलिस्ट सोच को पसंद करती है।