देश में वाकई बढ़ गई है असहनशीलता: नसीरुद्दीन शाह
मुंबई: देश में इन दिनों असहनशीलता को लेकर अजीब विवाद छिड़ा हुआ है। साहित्यकारों से लेकर फिल्मकार तक, अपना-अपना पुरस्कार भारत सरकार को लौटा रहे हैं। कई लोग जिन्होंने अपना सम्मान भले ही नहीं लौटाया मगर जो सम्मान लौटा रहे हैं उन्हें सही बता रहे हैं। वही कई ऐसे भी बुद्धिजीवी और फिल्मों से जुडी हस्तियां हैं जो अवार्ड वापसी को गलत कह रही हैं। यानी बॉलीवुड दो धड़े में बंटा हुआ नजर आ रहा है।
अनिल कपूर ने कहा कि अवार्ड वापस करना गलत है। विद्या बालन पहले ही कह चुकी हैं कि वे अवार्ड लौटाने के बारे में सोच भी नहीं सकतीं। शाहरुख खान ने कहा कि उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार मिला ही नहीं है, तो वो क्या वापस करेंगे। इसी तरह, नसीरुद्दीन शाह ने कहा कि वे अपना पुरस्कार नहीं लौटाएंगे क्योंकि उनके लिए ये अवार्ड कोई मायने नहीं रखते। उनके सामने इन पुरस्कारों की कोई अहमियत नहीं है।
हमेशा बेबाक होकर बोलने वाले नसीरुद्दीन शाह से जब मीडिया ने असहनशीलता पर पुरस्कार लौटाए जाने के बारे में पूछा गया कि नसीरुद्दीन शाह ने कहा कि ‘मैं अवार्ड नहीं लौटाऊंगा क्योंकि मेरे लिए ये अवार्ड कोई महत्व नहीं रखते’। हां, नसीर ने असहनशीलता के बारे में अपनी तीखी प्रतिक्रिया देते हुए इशारा किया कि वाकई देश में असहनशीलता बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि ‘जिस तरह से बीजेपी के नेता बयान दे रहे हैं उससे असहनशीलता के स्तर का खुद ही अंदाज लग जाता है।’