अनूप जलोटा भजनों से मंत्रमुग्ध हुए राज्यपाल
लखनऊः राजभवन आज पुनः एक बार सांस्कृतिक कार्यक्रम की छटा में सरोबोर था। भजन सम्राट अनूप जलोटा ने अपनी प्रस्तुति से श्रोतागणों को मुग्ध कर दिया। मौका था राजभवन में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम भजन संध्या का। राज्यपाल राम नाईक पत्नी श्रीमती कुंदा नाईक संग भजनों का आनन्द ले रहे थे वहीं मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव, मंत्री बलवंत सिंह रामूवालिया, पूर्व मुख्यमंत्री एन0डी0 तिवारी, पूर्व मंत्री लालजी टण्डन, पूर्व मंत्री नरेश चन्द्रा, प्रख्यात कवि नीरज, राजा महमूदाबाद, उपाध्यक्ष योजना आयोग उत्तर प्रदेश एन0सी0 बाजपेई, विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपतिगण एवं शासन के वरिष्ठ प्रशासनिक एवं पुलिए अधिकारीगण सहित गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। राज्यपाल ने इस अवसर पर अनूप जलोटा एवं उनके साथी कलाकारों को पुष्प गुच्छ एवं अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम से पूर्व राज्यपाल ने अनूप जलोटा के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अनूप जलोटा ने अपने भजन के साथ-साथ गज़ल गायिकी में विशिष्ट ख्याति अर्जित की है। उनका लखनऊ से पुराना नाता है। मैं महाराष्ट्र से हूँ इसलिए श्री जलोटा मेरे पूर्व परिचित हैं। उन्होंने कहा कि लखनऊ अपनी गंगा जमुनी संस्कृति के साथ-साथ साहित्य, शायरी, नृत्य, संगीत एवं गायन कला का भी प्रमुख केन्द्र रहा है।
अनूप जलोटा ने भजन संध्या में लोकप्रिय भजन ‘गोविन्द जय जय गोपाल जय जय‘, ‘मैय्या मोरी मैं नहीं माखन खायो‘, ‘छोटी-छोटी गैय्या छोटे-छोटे ग्वाल‘, ‘ऐसी लागी लगन मीरा हो गयी मगन‘, ‘प्रभु जी तुम चंदन मैं पानी‘ तथा ‘कभी राम बन के कभी श्याम बन के‘ अपने विशिष्ट अंदाज में प्रस्तुत किये। उनकी साथी कलाकार सुश्री निर्मला ने ‘यूं हसरतों के दाग मोहब्बत में धो लिये, खुद दिल से दिल की बात कही और रो लिये‘ प्रस्तुत करके उपस्थित जनसमूह को भाव विभोर कर दिया।
उल्लेखनीय है कि जब से राज्यपाल राम नाईक ने पदभार ग्रहण किया है तब से विभिन्न अवसरों पर राजभवन सांस्कृतिक कार्यक्रमों का गवाह बना है। बात चाहें विगत वर्ष दीपावली पर्व पर उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र द्वारा प्रस्तुत कार्यक्रम की हो, होली के अवसर पर भातखण्डे संगीत विश्वविद्यालय द्वारा प्रस्तुति की हो या पीठासीन अधिकारियों के स्वागत में आयोजित कवि सम्मेलन-मुशायरें की हो अथवा अक्षय तृतीया के पर्व पर आदर्श कुष्ठ आश्रम की भजन मण्डली द्वारा प्रस्तुत भजनों की हो, राज्यपाल राम नाईक ने राजभवन में सदैव कलाकारों एवं अतिथियों का गर्मजोशी से स्वागत किया है।