बिहार की चुनावी रैली में मोदी का कांग्रेस पर हमला
पूर्णिया (बिहार): बिहार में आखिरी चरण के मतदान के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में रैली को संबोधित किया। देश में बढ़ती असहिष्णुता को लेकर घिरी अपनी सरकार का बचाव करते हुए पीएम मोदी ने कांग्रेस पर ही देश में सहिष्णुता को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया।
सिख विरोधी दंगों की याद दिलाते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘आज दो नवंबर है। 1984 का दो नवंबर याद करो, इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हिंदुस्तान में सिखों का कत्लेआम किया जा रहा था। सिख दंगों में कांग्रेस के नेताओं पर गंभीर आरोप लगे थे और आज कांग्रेस सहिष्णुता की बात कर रही है।
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि अब भी सिखों के आंसू नहीं पोछे गए हैं। 1984 के सिख विरोधी दंगों के बाद कांग्रेस को सहिष्णुता के बारे में उपदेश देने का कोई अधिकार नहीं है, वे ड्रामा कर रहे हैं।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘एक बात के लिए मुझे लालू और नीतीश जी का धन्यवाद करना है, क्योंकि उन्होंने इस चुनाव में हमें 40 सीटें बिना चुनौती के हमें दे दी। उनका इशारा महागठबंधन की ओर से कांग्रेस को दी गई 40 सीटों की तरफ था।
पूर्णिया की रैली में उन्होंने एक बार फिर नीतीश कुमार पर प्रहार किया और कहा कि नीतीश कुमार ने जनता को धोखा दिया है। पीएम मोदी ने कहा, नीतीश ने कहा था बिजली नहीं तो वोट नहीं, लेकिन बिजली अभी तक नहीं आई। जो बिहार से धोखा कर सकते हैं, बिहार उन पर भरोसा नहीं कर सकता है। बिहार का हर नौजवान नीतीश कुमार से उनके काम का हिसाब मांग रहा है।’
पीएम मोदी ने कहा कि बिहार के लोग जंगलराज से ऊब गए थे, इसलिए उन्होंने नीतीश की उंगली पकड़ ली। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वाजपेयी जी के कारण ही नीतीश कुमार को वोट मिला था। उन्होंने कहा, ‘नीतीश जी आप नसीब वाले थे कि अटल जी ने आपके कंधे पर हाथ रखा था, लोगों ने आपको पसंद किया क्योंकि उनको अटल जी पर विश्वास था।
प्रधानमंत्री ने कहा कि रैली में माताओं और बहनों की भारी तादाद को देखकर सभी को आश्चर्य हो रहा है, लेकिन बिहार में ‘जंगलराज’ को लेकर माताओं और बहनों का गुस्सा सातवें आसमान पर है। मोदी ने एक बार फिर नीतीश और लालू से हिसाब मांगते हुए कहा कि लोकतंत्र में चुनाव के समय जनता को हिसाब देना होता है। उन्होंने कहा, ’15 साल तक लालू ने और 10 साल तक नीतीश ने राज किया। 25 साल का समय कम नहीं होता। मेरी सरकार को 25 महीने भी नहीं हुए और ये मेरा हिसाब मांग रहे हैं। खुद 25 साल का हिसाब देने को तैयार नहीं हैं और दिन-रात मुझसे हिसाब मांगते हैं।’