‘गीता’ के बदले भारत रमजान के रूप में पाकिस्तान को देगा रिटर्न गिफ्ट
नई दिल्ली: गीता के पाकिस्तान से लौटने के बाद अब भारत में रह रहे कराची के रमजान की वतन वापसी हो सकती है। प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक, सरकार 15 साल के मोहम्मद रमजान को पाकिस्तान भेजने पर विचार कर रही है। रमजान पिछले दो सालों से भारत में रह रहा है। मीडिया रिपोटों का कहना है कि गीता की वापसी के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय रमजान के मामले का फिर से आकलन कर रहा है।
इससे पहले विदेश मंत्रालय ने इस केस को बंद कर दिया था। पीएमओ के एक अधिकारी के मुताबिक, हमने राष्ट्रपति कार्यालय को इस बारे में पत्र लिखा है। रमजान जल्दी ही पाकिस्तान में होगा। गौर हो कि रमजान जब 10 साल का था, तब उसके पिता ने एक बांग्लादेशी महिला से दूसरी शादी कर ली थी। उस महिला के उकसाने पर रमजान साल 2011 में चोरी-छिपे भारत में आ गया था। यहां आकर वह काफी दिनों तक भटकता रहा। 22 सितंबर 2013 को भोपाल में रेलवे पुलिस को मिला था। रमजान तब से ही यहां के एनजीओ की शरण में है।
उधर, पाकिस्तान में अंसार बर्नी ट्रस्ट ने भी वहां से पहल शुरू कर दी है। कराची की मूसा कॉलोनी में रहने वाले रमजान की मां का नाम रजिया और पिता का नाम ताजउल मुल्क है। माता-पिता का तलाक होने के बाद पिता रमजान को अपने साथ लेकर बांग्लादेश आ गया था। वहां उसने दूसरी शादी कर ली। सौतेली मां ने रमजान को परेशान करना शुरू कर दिया, तो वह मां के पास कराची जाने के लिए घर से भाग निकला और सरहद पर भटककर भारत की सीमा में आ गया। दिल्ली होते हुए 2013 में वह भोपाल आ गया। यहां रेलवे पुलिस ने उसे पकड़कर चाइल्ड लाइन के सुपुर्द कर दिया।