भारत लौटी गीता, गर्मजोशी से हुआ स्वागत
नई दिल्ली : करीब डेढ़ दशक पहले दुर्घटनावश सीमा पार करके पाकिस्तान पहुँच गयी मूक-बधिर भारतीय महिला गीता भारत लौट आई है। उसके साथ वहां उसकी देख रेख कर रहे परिवार के लोग भी दिल्ली आए हैं।
विदेशमंत्री सुषमा स्वराज ने सोमवार दोपहर संवाददाता सम्मेलन में कहा, मैं हिंदुस्तान की बेटी का हिंदुस्तान की सरजमीं पर स्वागत करती हूं। इसके साथ ही उन्होंने बताया, हमने गीता के माता-पिता की तलाश रोकी नहीं है, गीता ने अभी किसी को पहचाना नहीं है। उन्होंने कहा, हम चाहते हैं कि गीता सांकेतिक भाषा सीखे। उसका परिवार मिलने के बाद भी हम चाहते हैं कि वह आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बने।
वहीं पाकिस्तानी उच्चायोग के मीडिया सलाहकार मंजूर मेमन ने कहा, ‘गीता का मामला भारत पाकिस्तान के लोगों की आपसी आत्मीयता दिखाता है। गीता के स्वागत के लिए एयरपोर्ट पहुंचे पाकिस्तानी राजनयिक ने उम्मीद जताई है कि भारत यहां की जेलों में बंद… पाकिस्तानी नागरिकों के साथ भी ऐसा ही ख्याल रखेगा।’
इससे पहले बिहार के रहने वाले गीता के परिवार से उनके भाई और जीजा भी एयरपोर्ट पर उससे मिलने पहुंचे। वहीं गीता के पिता होने का दावा कर रहे बिहार के रहने वाले जर्नादन महतो भी दिल्ली में हैं। वह कहते हैं, ‘मैं बहुत खुश हूं और उसके लौटने से गांव में तो दिवाली जैसा माहौल है। पांच बेटे और दो बेटियों के पिता महतो कहते हैं कि गीता ही उनकी सबसे बड़ी बेटी हीरा है, जो कि साल 2004 के मेले में खो गई थी।
नई दिल्ली जाने के लिए विमान में सवार होने से पहले बेहद खुश नजर आ रही गीता ने पाकिस्तानी जनता का शुक्रिया अदा किया कि उन्होंने इतने साल तक उसका ख्याल रखा। एदी फाउंडेशन के फैज़ल एदी ने संवाददाताओं को बताया कि वे सोशल मीडिया के जरिए गीता के संपर्क में बने रहेंगे और यहां तक कि उससे मिलकर भी आया करेंगे। उन्होंने कहा, ‘वह हमसे वास्तव में अलग नहीं हो रही है।’
एदी फाउंडेशन के अनवर काजमी के अनुसार फैसल एदी समेत पांच लोगों को वीजा दिया गया है, लेकिन गीता के साथ केवल चार लोग जा रहे हैं। उन सभी को राजकीय अतिथि घोषित किया गया है। फाउंडेशन के फहद एदी ने कहा, ‘गीता के साथ वह, उनके पिता फैसल एदी, उनकी मां और उनकी दादी बिलकिस एदी भी आ रही है।
फहद ने कहा, ‘हमें आश्वासन दिया गया है कि हम तब तक नई दिल्ली में ही रहेंगे, जब तक भारतीय अधिकारी गीता की डीएनए जांच पूरी नहीं कर लेते।’ उन्होंने कहा, ‘उसने भारतीय उच्चायोग द्वारा हमें भेजी गई तस्वीर की पहचान अपने परिवार की तस्वीर के तौर पर की।’ उन्होंने कहा कि भारतीय अधिकारियों ने उन्हें आश्वासन दिया था कि अगर डीएनए जांच में इस परिवार के गीता का परिवार नहीं होने की पुष्टि हुई तो उसे सुरक्षित आश्रय में रखा जाएगा।