प्रधानमंत्री ने की ‘गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम’ घोषणा
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रेडियो पर ‘मन की बात’ में सोने को ‘डेड मनी’ से ‘जीवंत ताकत’ बनाकर इसे देश की आर्थिक संपत्ति बनाने पर जोर देते हुए ‘गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम’ की घोषणा की, जिसके तहत बैंकों में सोना रखने वालों को ब्याज के रूप में आर्थिक लाभ मिलेगा।
पीएम मोदी ने कहा, ‘सोना आर्थिक शक्ति और देश की आर्थिक संपत्ति बन सकता है। हर भारतवासी को इसमें योगदान देना चाहिए। आज मुझे खुशी है कि बजट में जो हमने वायदा किया था, इस दीवाली के त्योहार में और जबकि धनतेरस और लोग उस दिन खासरूप से सोना खरीदते हैं, तो, उसके पूर्व ही हम महत्वपूर्ण योजनाओं को लॉन्च करने जा रहे हैं। हम ‘गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम’ लाए हैं। इसके अंतर्गत आप अपना गोल्ड बैंक में जमा कर सकते हैं और बैंक उस पर आपको ब्याज देगी जैसे कि आप अपने पैसे जमा करते हैं और ब्याज मिलता है।’ उन्होंने कहा, ‘सोना डेड मनी से एक जीवंत ताकत के रूप में परिवर्तित हो सकता है। अब घर में गोल्ड मत रखिए। उसकी सुरक्षा और उसका ब्याज दो-दो फायदे। इसका जरूर लाभ उठाइये।’
पीएम ने कहा, मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि हम अशोक चक्र वाला गोल्ड क्वाईन भी ला रहे हैं। अशोक चक्र वाला गोल्ड क्वाईन आने वाले वाले हफ्ते में और धनतेरस के पूर्व जो धनतेरस से सामान्य नागरिकों को उपलब्ध हो जाएगा। 5 ग्राम, 10 ग्राम का अशोक चक्र वाला भारतीय सोने का सिक्का शुरू किया जा रहा है, 20 ग्राम का गोल्ड गुनियन भी लोगों के लिए उपलब्ध होगा। मुझे विश्वास है कि नई स्कीम एक आर्थिक विकास की दिशा में नया परिवर्तन लाएगी और मुझे आपका सहयोग मिलेगा। मुझे विश्वास है कि नई स्कीम एक आर्थिक विकास की दिशा में नया परिवर्तन लाएगी और मुझे आपका सहयोग मिलेगा।
पीएम ने कहा, ‘देश में हर साल एक लाख़ आंखों की रोशनी की ज़रूरत होती है और हम सिर्फ़ 25 हज़ार तक पहुंच पाते हैं। सड़क दुर्घटना में मृत्यु होने पर शरीर के ऑर्गन को डोनेट किया जा सकता है। कुछ क़ानूनी उलझनें भी बहुत हैं। कुछ राज्यों ने कागज़ी कार्रवाई को कम करके इसमें गति लाने का काफी अच्छा प्रयास किया है। अंगदान के क्षेत्र में तमिलनाडु अग्रिम पंक्ति में है। कई सामाजिक संस्थाएं, NGOs बहुत ही अच्छा काम इस दिशा में कर रहे हैं। ऑर्गन ट्रांसप्लांट को बढ़ावा देने के लिए #NOTTO की स्थापना की गई है। एक 24×7 हेल्पलाईन 1800114770 सेवा भी उपलब्ध है।’
पीएम ने इससे पहले कहा, ‘केरल के चित्तूर के सैंट मैरी स्कूल की छात्राओं ने मुझे एक पत्र भेजा है। इन बालिकाओं ने अपने अंगूठे के निशान से भारत का चित्र बनाया है। कितना बढ़िया सिम्बॉलिक संदेश उन्होंने दिया। उनका मिशन है ‘अंगदान’। ऑर्गन डोनेशन के लिए वे जन-जागरूकता अभियान चला रही हैं। इन बालिकाओं ने मुझे चिट्ठी में लिखा है कि आप अपने मन की बात में ऑर्गन डोनेशन के विषय में लोगों से अपील कीजिए।
प्रधानमंत्री ने कहा, 26 से 29 अक्टूबर, ‘इंडिया-अफ्रीका फॉरेन सम्मिट’ का आयोजन हो रहा है, जोकि भारत की धरती पर पहली बार इतने बड़े स्केल पर आयोजन हो रहा है। 54 अफ्रीकी देशों और यूनियनों के लीडर्स को आमंत्रित किया गया है। हम सभी देशवासियों को गौरव हो, अभिमान हो। अगर भारत-अफ्रीका को मिला दें तो हम दुनिया की एक तिहाई जनसंख्या हैं। भारत के क़रीब 27 लाख लोग, अफ्रीका में बसे हुए हैं। 25 हज़ार से ज्यादा अफ्रीकन स्टूडेंट भारत में पढ़े हैं और आज अफ्रीका के कई देश के नेता हैं, भारत में पढ़कर गए हैं।’