कुष्ठ पीडि़त सम्मान के अधिकारी होते हैं: नाईक
राज्यपाल ने आदर्श कुष्ठ आश्रम में बच्चों को सम्मानित किया
लखनऊः उत्तर प्रदेश के राज्यपाल, राम नाईक ने आज आदर्श कुष्ठ आश्रम आलमबाग लखनऊ में भारत विमर्श फाउण्डेशन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में भाग किया। कार्यक्रम में महापौर डाॅ0 दिनेश शर्मा, निदेशक संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान प्रो0 राकेश कपूर, भारत विमर्श संस्था के प्रतिनिधिगण सहित बड़ी संख्या में अन्य लोग भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए राज्यपाल ने कहा कि कुष्ठ रोगियों के मानवीय अधिकारों की रक्षा एवं उनके पुनर्वास के लिए ठोस कार्य होने चाहिये। कुष्ठ पीडि़तों को लोग घृणा से देखते हैं। समाज को कुष्ठ पीडि़तों के प्रति व्याप्त कुरीतियों, सोच एवं भावनाओं को बदलने की जरूरत है। कुष्ठ रोगियों को कुष्ठ पीडि़त कहा जाना चाहिये क्योंकि विज्ञान ने सिद्ध कर दिया है कि कुष्ठ रोग का इलाज संभव है और यह संक्रामक नहीं है। उचित इलाज से यह रोग पूर्ण रूप से दूर किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कुष्ठ पीडि़तों के प्रति समाज में व्याप्त भ्रांति एवं नफरत को दूर करके ऐसे लोगों को समाज की मुख्य धारा से जोड़े जाने की आवश्यकता है।
श्री नाईक ने बताया कि राज्यपाल बनने से पूर्व वे कुष्ठ पीडि़तों के लिए कार्य करने वाली संस्था इण्टरनेशनल लेप्रोसी यूनियन के अध्यक्ष रह चुके हैं। वर्ष 2007 में कुष्ठ पीडि़तों की समस्याओं के संबंध में उन्होंने राज्यसभा में एक याचिका प्रस्तुत की थी, जिस पर तब कोई निर्णय नहीं हो सका था। संसदीय याचिका समिति ने अब प्रति व्यक्ति 2000 रू0 मासिक निर्वहन भत्ता दिये जाने की संस्तुति की है। उनके सुझाव पर प्रदेश के मुख्यमंत्री, श्री अखिलेश यादव ने प्रति व्यक्ति 2500 रू0 प्रतिमाह देने की संस्तुति की है। राज्यपाल ने बताया कि वे 27 मई, 2015 को लखनऊ, 8 जुलाई, 2015 को अम्बेडकरनगर तथा 9 सितम्बर, 2015 को बहराइच में कुष्ठ पीडि़त व्यक्तियों के अधिकार एवं सशक्तिकरण के लिए आयोजित कार्यशालाओं में भाग ले चुके हैं।
इस अवसर पर उन्होंने भारत विमर्श फाउण्डेशन द्वारा कुष्ठ रोगियों के कल्याणार्थ किये जा रहे कार्यों की प्रशंसा की। संस्था द्वारा इस अवसर पर कुष्ठ आश्रम के लिए नियमित रूप से एक चिकित्सक की मांग पर राज्यपाल ने विचार करने का आश्वासन दिया गया।
इस अवसर पर महापौर डाॅ0 दिनेश शर्मा ने भी भारत विमर्श फाउण्डेशन के कार्यों की सराहना की तथा उन्हें साधुवाद दिया। राज्यपाल ने इस अवसर पर कुष्ठ आश्रम के बच्चों को स्पोर्टस किट वितरित की। उन्होंने बच्चों का आह्वान किया कि वे अपने को शारिरिक तथा मानसिक रूप से सुदृढ़ बनाने के लिए खेल-कूद का नियमित रूप से अभ्यास करें।