कसूरी को भारत बुलाना देशद्रोह: शिवसेना
मुंबई : शिवसेना ने सोमवार को स्पष्ट कहा कि पाकिस्तान के पूर्व विदेशमंत्री खुर्शीद महमूद कसूरी की पुस्तक के विमोचन समारोह को लेकर विरोध जारी रहेगा। शिवसेना नेता संजय राउत ने आज मीडिया से बातचीत में कहा कि कसूरी को लेकर हमारा विरोध जारी रहेगा। कसूरी को भारत बुलाना देशद्रोह है। उन्होंने सुधींद्र कुलकर्णी पर निशाना साधते हुए कहा कि मुंबई में पाकिस्तान के एजेंट कसूरी का कार्यक्रम करा रहे हैं। शिवसेना नेता ने कहा कि कसूरी के कार्यक्रम से भारत की भावनाएं आहत होती हैं। कसूरी की किताब में भारत विरोधी बातें हैं। उन्होंने हमेशा भारत विरोधी काम किया है और भारत विरोधी ताकतों को एक किया है। कसूरी ने हुर्रियत का भी समर्थन किया था और वे अलगाववादियों को ताकत देने का काम करते थे।
संजय राउत ने कहा कि शिवसेना ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस को चिटठी लिखकर कसूरी का कार्यक्रम रद्द करने की मांग की है। फडनवीस इस पूरे मामले पर तुरंत दखल दें। संदेश यह जा रहा था कि हमने अपना विरोध वापस ले लिया है, जोकि पूरी तरह झूठ है। हम अपने स्टैंड पर कायम हैं। हमने भारत के खिलाफ कसूरी की करतूतों का सबूत सीएम को भेज दिया है।
सुधींद्र कुलकर्णी पर शिवसैनिकों की ओर से स्याही फेंके जाने की घटना पर संजय राउत ने कहा कि यह कोई हमला नहीं था, यह गैर हिंसक विरोध था। जिसको निंदा करना है, करने दो। ये हमारा पॉलिटिकल एजेंडा नहीं है, बल्कि देशभक्ति है।
गौर हो कि पाकिस्तानी शख्सियतों के खिलाफ अपने अभियान को आगे बढ़ाते हुए शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने ओआरएफ प्रमुख सुधींद्र कुलकर्णी के चेहरे पर आज कालिख पोत दी। कुलकर्णी ने दरअसल पाकिस्तान के पूर्व विदेशमंत्री खुर्शीद महमूद कसूरी की पुस्तक के विमोचन समारोह को रद्द करने से इंकार कर दिया था। कुलकर्णी पर शिवसैनिकों द्वारा बोले गए इस हमले की राजनीतिक दलों ने कड़ी आलोचना की है। शिवसैनिकों ने विदेश नीति के थिंकटैंक ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन के अध्यक्ष कुलकर्णी की कार को उनके माटुंगा स्थित घर के ठीक बाहर रोका और उनके चेहरे पर कालिख पोत दी।
हालांकि दृढ़ता दिखाते हुए कुलकर्णी ने कहा कि वह इन हरकतों से ‘झुकेंगे नहीं’ और कसूरी की पुस्तक ‘नाइदर ए हॉक नॉर ए डव: एन इनसाइडर्स अकाउंट ऑफ पाकिस्तान्स फॉरेन पॉलिसी’ के शाम को होने वाले विमोचन कार्यक्रम को आयोजित किया जाएगा। कुलकर्णी ने आरोप लगाया कि आज सुबह जब मैं अपने घर से बाहर निकला तो शिवसैनिकों के एक समूह ने मेरी कार रोक ली। जब मैं बाहर निकला तो उन्होंने मुझपर काला पेंट लगा दिया। उन्होंने मुझे गालियां दीं। उन्होंने कहा कि हम ऐसी घटनाओं से झुकेंगे नहीं। पुस्तक विमोचन पूर्व योजना के अनुरूप ही होगा। इसके कुछ ही समय बाद वह कसूरी के साथ मीडिया से बातचीत करने के लिए आ गए। इस दौरान भी उनके चेहरे पर काला पेंट लगा ही हुआ था।
शिवसेना का आदेश न मानने पर कुलकर्णी पर किए गए हमले की कसूरी ने निंदा की और कहा कि मैं लोगों के विरोध प्रदर्शन के अधिकार को स्वीकार करता हूं लेकिन जो सुधींद्र कुलकर्णी के साथ हुआ है, वह विरोध प्रदर्शन नहीं है। कुलकर्णी के साथ एक संयुक्त प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि राष्ट्रों का निर्माण सकारात्मक सोच के साथ किया जाता है। हमें सकारात्मक सोच की जरूरत है। हालांकि पार्टी कार्यकर्ताओं के इस कदम का बचाव करते हुए शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने इसे विरोध प्रदर्शन का ‘बहुत नरम तरीका’ बताया। उन्होंने कहा कि स्याही लगाना लोकतांत्रिक विरोध प्रदर्शन का एक बेहद नरम तरीका है। हम नहीं जानते कि स्याही लगाई गई या तारकोल। कोई भी यह पहले से नहीं बता सकता कि जनता का गुस्सा किस तरह से फूटेगा। राउत ने कहा कि वे स्याही को लेकर बहुत नाराज हैं। जरा सोचिए कि जब हमारे सैनिक मारे जाते हैं और उनका खून बहता है। यह स्याही नहीं है, यह हमारे सैनिकों का खून है। कुलकर्णी ने शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे से उनके मुंबई स्थित आवास ‘मातोश्री’ पर कल देर रात मुलाकात की थी लेकिन वह पुस्तक विमोचन समारोह के शांतिपूर्ण आयोजन को लेकर उनसे कोई आश्वासन ले पाने में विफल रहे थे।