मुहर्रम के जलसों में ज्यादा से ज्यादा शरीक हों मुसलमान
मुहर्रम में समझौते पर सख़्ती से अमल किया जाए : मौलाना मुहम्म्द मुश्ताक़
लखनऊ: आॅल इण्डिया सुन्नी बोर्ड की एक मीटिंग बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना मुहम्मद मुश्ताक़ की अध्यक्षता में आयोजित हुई। मीटिंग में वर्तमान हालात पर विचार विमर्श किया गया।
मीटिंग को खिताब करते हुए आॅल इण्डिया सुन्नी बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना मुहम्मद मुशताक़ ने तमाम मुसलमानों से अपील की कि इस माहे मुहर्रम में तबलीग़े दीन और इशाअत इस्लाम के लिए जो जलसे हो रहे हैं। जैसे मौलाना अब्दुल शकूर हाल हाता शौकत अली रकाबगंज, दारूल उलूम फरंगी महल ईदगाह, एैशबाग़ के मौलाना अब्दर्रशीद फरंगी महली हाल, यक मीनारा मस्जिद अकबरी गेट और मुअज्जम नगर वगैरा स्थान पर ज्यादा से ज्यादा संख्या में शरीक होकर हुजूर पाक सल्ल0 और नबी पाक सल्ल0 के सच्चे व प्यारे सहाबाक्राम से अपनी मुहब्बत व अकीदत का इज्हार करें।
इस अवसबर पर बोर्ड के अध्यक्ष व तमाम कार्यकर्ताओं ने मुसलमानों से अपील की कि हर हाल में शान्ति बनायें रखें और किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और किसी भी घटना की खबर बोर्ड व जिला प्रशासन को दें।
बोर्ड के अध्यक्ष ने प्रशासन से अपील की कि सुन्नी-शिया और जिला प्रशासन के मध्य 1998-1999 के समझौते पर सख्ती से अमल किया जाए और कोई भी गैर कानूनी जुलूस निकालने की इजाजत न दी जाए। जुलूसों में लाउड स्पीकर और हत्थयार ले जाने पर सख्ती से प्रतिबन्ध लगाया जाए और तमाम जुलूसों और मजलिसों की रिकार्डिंग और डरून कैमरे से निगरानी की जाए जिससे असमाजिक तत्व और गैर कानूनी हरकत करने वालों के विरूद्ध कानूनी कार्यरवाई को सुनिश्चित किया जा सके।
मीटिंग में विशेष तौर पर मौलाना जैनुल आबिदीन, क़ारी अब्दुश्शकूर, मुहम्मद फारूक खाँ, मुहम्मद परवेज़, मुहम्मद आसिम, हाजी फैजुद्दीन, मुहम्मद यासीन, मौलाना मुहम्म्द शमीम, मुहम्मद कलीम खाँ और मुहम्मद रैहान मौजूद थे।