मैनपुरी में तनाव बरक़रार, 21 उपद्रवी गिरफ्तार
मैनपुरी : दादरी के बाद गौवध की अफवाहों को लेकर अब इस जिले में तनाव फैल गया है। अफवाहों के चलते हुई हिंसा में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस वाहनों को निशाना बनाया और दुकानों को आग लगा दी। हिंसा में सात पुलिसकर्मी घायल हो गए।
गृह विभाग के एक प्रवक्ता ने लखनऊ में बताया कि सरकार ने कल करहल थाना क्षेत्र के नगरिया गांव में गोकशी की अफवाह को लेकर हुई हिंसा के मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में सम्बन्धित क्षेत्राधिकारी सुनील कुमार को निलम्बित कर दिया गया है। कल की हिंसा के संबंध में 21 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने बताया कि कुछ लोगों ने साम्प्रदायिक तनाव फैलाने के लिये गोकशी की अफवाह फैलायी थी। गाय की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पाया गया है कि उसकी मौत बीमारी की वजह से हुई थी, ना कि काटने के कारण। जिलाधिकारी चंद्रपाल सिंह ने बताया कि हिंसा के इस मामले में 29 नामजद तथा 250 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
मालूम हो कि करहल थाने पर कल पूर्वाहन करीब 10 बजे किसी ने फोन करके नगरिया गांव में कुछ लोगों द्वारा गाय काटे जाने की सूचना दी थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने रफीक तथा लाला नामक व्यक्तियों को गाय की खाल उतारने के आरोप में गिरफ्तार किया था।
पोस्टमार्टम में पाया गया कि गाय बीमारी के चलते मरी थी। जिला मजिस्ट्रेट चंद्रपाल सिंह ने कल की घटना की जानकारी देते हुए बताया, यहां एक अफवाह फैली कि एक गाय को मारा गया है। लेकिन कल जब गाय का पोस्टमार्टम कराया गया तो पता चला कि गाय कुछ समय पहले से ही मरी हुई थी। आमतौर पर जानवरों के शवों को उठाने वाले लोग गाय को ले गए थे और उसकी खाल उतार रहे थे। इस प्रकार अफवाह फैली कि गाय का वध किया गया है। इसके बाद लोग सड़कों पर उतर आए और आक्रोशित हो उठे।
उन्होंने बताया, जो लोग खाल उतार रहे थे और जिन्होंने सड़कों पर हिंसा भड़कायी ,उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। मरी हुई गाय की खाल उतारने वाले दो लोगों समेत कुल 21 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इससे पहले ग्रामीणों ने आरोप लगाया था कि घनश्याम नामक व्यक्ति की गाय को कुछ लोग हांककर अपने घर ले गये और उसे काटकर उसकी खाल उतार ली।
राज्य के वरिष्ठ काबीना मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने इस घटना को माहौल खराब करने की कोशिश करार देते हुए कहा था कि ऐसी हरकतें करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा। इलाके में एक कम्पनी पीएसी तथा फिरोजाबाद, इटावा और एटा से बुलाए गए अतिरिक्त बल तैनात किए गए हैं। स्थिति पूरी तरह शांतिपूर्ण बताई गई है।