शांतिपूर्ण गुज़रा पंचायत चुनाव का पहला चरण, 65 प्रतिशत पड़े वोट
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव के पहले चरण में शुक्रवार को मारपीट और फायरिंग की कई घटनाओं के बीच करीब 65 प्रतिशत मतदान हुआ। चुनाव आयोग ने इसे प्रदेश के इतिहास का सबसे शांतिपूर्ण पंचायत चुनाव करार देते हुए अपनी पीठ ठोंकी है।
राज्य निर्वाचन आयुक्त एस़ के़ अग्रवाल ने बताया कि पहले चरण में गौतमबुद्धनगर तथा आगरा को छोड़कर शेष 73 जिलों में क्षेत्र पंचायत सदस्य के कुल 20 हजार 22 तथा जिला पंचायत सदस्य के कुल 921 पदों के लिये छिटपुट घटनाओं के बीच करीब 65 प्रतिशत मतदान हुआ।
उन्होंने बताया कि छिटपुट घटनाओं की वजह से प्रतापगढ़ में एक, बलिया में दो, फर्रखाबाद, सम्भल, गोरखपुर में एक-एक तथा अमेठी में चार समेत 12 बूथों पर पुनर्मतदान होगा। इस तरह कुल 46 हजार 621 में से 12 पर पुनर्मतदान कराया जाएगा।
अग्रवाल ने बताया कि मतदान के दौरान कहीं भी किसी की मौत नहीं हुई है। उन्होंने कहा प्रदेश में जिला पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य का चुनाव हो और एक भी मौत ना हो मैं यह समझता हूं कि उत्तर प्रदेश के इतिहास में इससे शांतिपूर्ण मतदान शायद कभी नहीं हुआ। आप किसी भी चुनाव के आंकड़े देख लें। हमने अपने दम पर शांतिपूर्ण चुनाव कराया। यह बहुत बड़ी उपलब्धि है।
इस बीच, प्रतापगढ़ से पुलिस सूत्रों के हवाले से मिली खबर के मुताबिक बहेर गांव स्थित प्रजापति बूथ पर क्षेत्र पंचायत सदस्य के चुनाव में मतदान के दौरान पूर्व ब्लाक प्रमुख रमाकांत तथा उसके बेटे दिनकर की उमर नामक प्रत्याशी के पोलिंग एजेंट मुश्ताक से मतदान में धांधली को लेकर झड़प हुई ,जिसमें मुश्ताक गम्भीर रूप से घायल हो गया।
यह भी इल्जाम है कि इस दौरान मुश्ताक की जबान काट दी गयी। इसी दौरान किसी ने गोली चलायी जिसके छर्रे लगने से रमाकांत और दिनकर गम्भीर रूप से घायल हो गये। उन्हें इलाहाबाद के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हालांकि राज्य निर्वाचन आयुक्त के मुताबिक यह वारदात पोलिंग बूथ से दूर गांव में हुई है।
फर्रखाबाद से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक बढ़पुर विकास खण्ड स्थित प्राथमिक विद्यालय मीरपुर में मतदान के दौरान धांधली के आरोप को लेकर दो पक्षों में करीब छह राउंड गोलियां चलायी गयीं। इस वारदात में गोली लगने से शिवराज सिंह यादव नामक व्यक्ति गम्भीर रूप से घायल हो गया। इसके अलावा पथराव में दूसरे पक्ष के दिनेश यादव तथा मुकेश यादव घायल हो गये। तीनों जख्मी लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।
इसके अलावा एटा के अलीगंज में भी मतपत्र फाड़े जाने तथा एक पीठासीन अधिकारी के साथ धक्का-मुक्की किये जाने की खबर मिली है।
बहराइच के शिवपुर ब्लाक में प्राथमिक पाठशाला अनरवा में चुनाव डयूटी कर रहे वन विभाग के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हरिन्द्र सिंह (53) की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गयी। उपजिला निर्वाचन अधिकारी विद्या शंकर सिंह ने घटना की पुष्टि की है।
अमेठी से जिलाधिकारी जगतराज तिवारी के हवाले से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक शुकुलबाजार विकास खण्ड के गोगूपुर, तेंदुआ तथा इक्ताजपुर बूथों तथा जगदीशपुर विकासखण्ड के इमली गांव स्थित एक बूथ पर क्षेत्र पंचायत सदस्य पद के मतपत्र नहीं पहुंचने के कारण मतदान निरस्त कर दिया गया। अब इन बूथों पर दोबारा मतदान कराया जाएगा। इसके लिये चुनाव आयोग को पत्र भेजा गया है।
मउ के चिरैय्याकोट स्थित नासिरपुर पोलिंग बूथ पर मतदान के दौरान दो पक्षों के बीच लाठी-डंडों से संघर्ष तथा पथराव में चार लोग घायल हो गये।
चुनाव को स्वतंत्र, निष्पक्ष तथा शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न कराने के लिये पुख्ता बंदोबस्त किये गये थे। पुलिस, पीएसी, होमगाडर्स तथा चौकीदारों समेत तीन लाख से ज्यादा सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है।
राज्य निर्वाचन आयोग के सूत्रों के मुताबिक जिला पंचायत के 921 पदों के लिये कुल 13 हजार 194 प्रत्याशी मैदान में थे जबकि क्षेत्र पंचायत सदस्य के 22 हजार 22 पदों के लिये एक लाख 912 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे थे। प्रदेश में पंचायत चुनाव चार चरणों में नौ, 13, 17 तथा 29 अक्तूबर को होने हैं।