मोदी ने बिहार में भी मांगे 60 महीने
सासाराम। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को बिहार के सासाराम में चुनावी रैली को संबोधित करत हुए महागठबंधन को निशाने पर लिया। उन्होंने कहाकि वे लोग हर रोज डिक्शनरी में से एक गाली ढूंढ़ते हैं और फिर दिनभर मोदी को देते रहते हैं। रोज एक नई गाली दी जाती है। महागठबंधन को महास्वार्थबंधन करार देते हुए मोदी ने कहाकि तीन पार्टियां कुर्सी के स्वार्थ के लिए एक हुई हैं।
राहुल गांधी पर परोक्ष हमला बोलते हुए कहाकि एक पार्टी है जिनके नेता 440 सीटों वाली पार्टी को 40 सीटों पर ले आए हैं। दूसरे नेता हैं जिनको कोर्ट ने बिहार की राजनीति से अलग कर दिया। उनके चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी। उन्होंने कई साल तक राज किया लेकिन केवल चारा घोटाले का ही काम किया। वे रिमोट कंट्रोल से बिहार की सरकार चलाना चाहते हैं। वे कहते हैं कि कि मैं बिग बॉस हूं। लालूजी से पूछना कि आप चुनाव क्यों नहीं लड़ रहे?
तीसरे नेता हैं जो अहंकार में डूबे हुए हैं। उन्होंने अपने स्वार्थ के लिए राज्य के पहले दलित मुख्यमंत्री की पीठ में छुरा घोंप दिया। इन लोगों ने 60 साल तक बिहार पर राज किया। 35 साल तक कांग्रेस ने और 25 साल बड़े भाई व छोटे भाई ने। बिहार को विकास चाहिए। हमने विकास के लिए 1.65 लाख करोड़ का पैकेज दिया है। यह बिहार के युवाओं का भाग्य बदल देगा। इसके बदले में वे देश का भाग्य बदल देंगे।
जंगलराज के जरिए लालू-नीतीश पर हमला बोलते हुए पीएम ने कहाकि पहले जंगलराज के बारे में पूछे जाने पर ये लोग मुंह नीचा करके भाग जाते थे। कोई पूछता था तो शर्माते थे अब खुलेआम भाषण देते हैं। जंगलराज में केवल एक ही उद्योग पनपा और वो था अपहरण उद्योग। बिहार में एक नया उद्योग नहीं लगा। उन्होंने अपने काम का कोई हिसाब नहीं दिया। जब मैं 2019 में अपनी सरकार के लिए वोट मांगने आऊंगा तो अपने कामों का हिसाब दूंगा। पाई-पाई का हिसाब दूंगा।
उन्होंने कहाकि बिहार का पानी और जवानी देश को एक नई दिशा दे सकता है। बिहार में बिजली होती तो कारखाने लगते, बच्चों की अच्छी पढ़ाई होती। कोई ऎसा मामला नहीं है जिसमें बिहार हिंदुस्तान के सामने सीना ठोककर खड़ा हो जाए। आप लोगों ने 60 साल महास्वार्थगठबंधन को दिया, 60 महीने हमें दीजिए। फिर देखिए हम आपके लिए क्या करते हैं।